July 5, 2025 2:27 AM

तेहरान में लाइव टीवी स्टूडियो पर इजराइली बमबारी, एंकर बाल-बाल बची; चौथे दिन भी इजराइल-ईरान संघर्ष जारी

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तेहरान/यरुशलम। पश्चिम एशिया में युद्ध की आग और भड़क उठी है। इजराइल और ईरान के बीच संघर्ष आज चौथे दिन भी जारी है। सोमवार शाम इजराइली एयरफोर्स ने ईरान की राजधानी तेहरान में नेशनल टीवी चैनल IRIB की बिल्डिंग पर एयरस्ट्राइक की। इस हमले के समय एक महिला एंकर लाइव शो होस्ट कर रही थी, जो धमाके में बाल-बाल बच गई। वीडियो फुटेज में देखा गया कि बम गिरते ही एंकर स्टूडियो छोड़कर भागती है, स्क्रीन काली हो जाती है और स्टूडियो धुएं से भर जाता है। पीछे से “अल्लाहु अकबर” की आवाजें भी सुनाई देती हैं।


इजराइल ने सेंट्रल ईरान में किए ताबड़तोड़ हमले

इजराइली डिफेंस फोर्स (IDF) ने सोमवार को एक्स (पूर्व ट्विटर) पर एक वीडियो जारी किया, जिसमें बताया गया कि तेहरान की ओर बढ़ रहे मिसाइल लांचर्स से लदे ट्रकों को निशाना बनाया गया। रविवार रात इजराइली हमले में ईरान के विदेश मंत्रालय को निशाना बनाया गया, जिसमें 100 से अधिक लोग घायल हो गए। इससे पहले, 14 जून को ईरानी रक्षा मंत्रालय पर भी हमला किया गया था।

ईरान में अब तक 224 लोगों की मौत और 1,277 से ज्यादा घायल हो चुके हैं। हालांकि अमेरिका स्थित ह्यूमन राइट्स एक्टिविस्ट्स का दावा है कि ईरान में मरने वालों की संख्या 406 तक पहुंच चुकी है।


ईरान ने सेंट्रल इजराइल पर दागी मिसाइलें, 8 की मौत

ईरान भी जवाबी कार्रवाई कर रहा है। सोमवार सुबह ईरानी सेना ने इजराइल के सेंट्रल हिस्सों पर कई बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं, जिनमें 8 इजराइली नागरिकों की मौत हो गई और 200 से अधिक लोग घायल हैं। यह हमला पिछले चार दिनों में ईरान की ओर से इजराइल पर सबसे बड़ा हमला माना जा रहा है। अब तक इजराइल में ईरानी हमलों से 24 लोगों की मौत हो चुकी है और 600 से अधिक घायल हैं।


1,500 भारतीय छात्रों की सुरक्षित वापसी की तैयारी

तेहरान में हालात बिगड़ते देख भारत सरकार भी सक्रिय हो गई है। ईरान में फंसे करीब 1,500 भारतीय छात्रों को सुरक्षित निकालने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। ये छात्र आर्मेनिया के रास्ते भारत लौटेंगे। विदेश मंत्रालय और भारतीय दूतावास लगातार संपर्क में हैं और स्थिति पर नजर रखे हुए हैं।


कूटनीतिक शांति की उम्मीदें धूमिल

पिछले चार दिनों में जिस तरह से संघर्ष ने सैन्य और मानवता की सीमाएं पार की हैं, उसने क्षेत्रीय स्थिरता और वैश्विक कूटनीति को गहरी चुनौती दी है। अमेरिका, रूस, चीन, फ्रांस और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की तमाम अपीलों के बावजूद इजराइल और ईरान सीधे टकराव की राह पर हैं। पश्चिम एशिया में बढ़ती इस जंग से ऊर्जा आपूर्ति, वैश्विक बाजार और भारतीय छात्रों की सुरक्षा जैसे मुद्दे अत्यधिक संवेदनशील बन गए हैं।



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