- मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने सुरक्षा बलों को ‘शूट-एट-साइट’ यानी देखते ही गोली मारने का आदेश जारी कर दिया
ढाका/गुवाहाटी। भारत-बांग्लादेश सीमा से सटे असम के धुबरी जिले में हालात अचानक तनावपूर्ण हो गए हैं। हनुमान मंदिरों के पास लगातार आपत्तिजनक वस्तुएं फेंकने और सांप्रदायिक उकसावे की घटनाओं के बाद मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने सुरक्षा बलों को ‘शूट-एट-साइट’ यानी देखते ही गोली मारने का आदेश जारी कर दिया है। अब तक 38 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
मंदिरों को निशाना बनाने की कोशिश
धुबरी में एक विशेष समुदाय पर मंदिरों को अपवित्र करने की साजिश का आरोप लगा है। बीते रविवार को हनुमान मंदिर के सामने मांस के टुकड़े फेंके गए, जिससे स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश फैल गया। विरोध के दौरान ई-रिक्शा चालकों और सब्जी विक्रेताओं पर हमले की खबरें आईं। अगले दिन पुलिस को भीड़ पर आंसू गैस छोड़नी पड़ी और कुछ समय के लिए धुबरी में कर्फ्यू जैसे हालात बन गए।
सीएम ने किया दौरा, दी सख्त चेतावनी
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने 13 जून को धुबरी पहुंचकर खुद हालात की समीक्षा की। उन्होंने स्पष्ट कहा कि – “अगर रात में कोई पत्थर फेंकता या माहौल बिगाड़ता है, तो उसे सीधे गिरफ्तार किया जाए। जरूरत पड़ी तो हम खुद मंदिर की रखवाली करेंगे।” सरमा ने धुबरी को ‘बांग्लादेश में मिलाने’ की साजिश रचने वाले ‘नबीन बांग्ला’ नामक संगठन पर भी गंभीर आरोप लगाए और कहा कि इस तरह के पोस्टर भी शहर में लगाए गए हैं।
मवेशियों की तस्करी और गोमांस माफिया का आरोप
सीएम सरमा ने दावा किया कि ईद-उल-अजहा से पहले हजारों की संख्या में मवेशी पश्चिम बंगाल से धुबरी लाए गए, जहां एक नया ‘गोमांस माफिया’ सक्रिय हो गया है। उन्होंने कहा कि मंदिरों के सामने जानबूझकर गाय के सिर फेंकने की घटनाएं दो बार हुईं, जिससे धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं।
सुरक्षाबलों की तैनाती और सख्ती के आदेश
स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए धुबरी में CRPF और RAF की टुकड़ियां तैनात की जा रही हैं। सीएम ने प्रशासन को ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति अपनाने का निर्देश दिया है और कहा है कि – “जो कोई भी मंदिरों और पवित्र स्थानों को अपवित्र करने में शामिल है, उसे छोड़ा नहीं जाएगा।”
अभी हालात नियंत्रण में, लेकिन निगरानी जारी
धुबरी के जिला आयुक्त दिबाकर नाथ ने कहा कि फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है और बाजार-दुकानें फिर से खुल गई हैं। मुख्यमंत्री ने स्थानीय लोगों को भरोसा दिया कि राज्य सरकार और प्रशासन पूरी तरह उनके साथ है, डरने की कोई आवश्यकता नहीं है।