ढाका।
बांग्लादेश की राजनीति में एक बार फिर उबाल आ गया है। देश की पूर्व प्रधानमंत्री और अवामी लीग प्रमुख शेख हसीना ने कार्यवाहक सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस पर गंभीर आरोपों की झड़ी लगा दी है। उन्होंने सोशल मीडिया पर जारी एक विस्तृत बयान में दावा किया है कि यूनुस न सिर्फ आतंकी तत्वों के संपर्क में हैं, बल्कि वे देश की संप्रभुता को भी खतरे में डाल रहे हैं।
“यूनुस की नीति देश को कमजोर कर रही है”: हसीना
शेख हसीना ने फेसबुक पर अपने बयान में लिखा कि यूनुस के कार्यकाल में बांग्लादेश में अपराध, हिंसा और अराजकता में इज़ाफा हुआ है। उन्होंने दावा किया कि अब शहरों में महिलाएं खुद को असुरक्षित महसूस करती हैं और त्योहारों के दौरान लोग गांव लौटने में डरते हैं क्योंकि कट्टरपंथियों का डर गहराता जा रहा है।
हसीना ने यह भी कहा कि यूनुस द्वारा 2026 में चुनाव कराने की घोषणा बांग्लादेश की जनता के साथ “अप्रैल फूल” जैसा मजाक है। उनका कहना है कि अंतरिम सरकार की संवैधानिक भूमिका सीमित होती है, और लंबे समय तक सत्ता में बने रहना लोकतांत्रिक व्यवस्था पर हमला है।

सेंट मार्टिन द्वीप को लेकर विवाद गर्माया
हसीना ने यूनुस पर बांग्लादेश के रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण सेंट मार्टिन द्वीप को विदेशी शक्तियों को सौंपने की साजिश का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि यूनुस संयुक्त राष्ट्र के पुराने प्रस्ताव के नाम पर रोहिंग्या कॉरिडोर की योजना बना रहे हैं, जिससे देश की समुद्री सीमा और संप्रभुता खतरे में पड़ सकती है।
उन्होंने कहा, “यदि मैं अमेरिका को सेंट मार्टिन और बंगाल की खाड़ी सौंप देती, तो आज भी सत्ता में होती। लेकिन मैंने ऐसा नहीं किया, क्योंकि मैं देश की संप्रभुता से समझौता नहीं कर सकती।”
सेना और विपक्ष की चेतावनी
हसीना के दावों को बल उस वक्त मिला जब सेना प्रमुख ने भी रोहिंग्या कॉरिडोर को ‘खूनी कॉरिडोर’ करार देते हुए चेताया कि इस तरह के फैसले केवल चुनी हुई लोकतांत्रिक सरकार ही ले सकती है, न कि एक अंतरिम व्यवस्था।
पूर्व में जून 2021 में बांग्लादेशी मीडिया में भी यह रिपोर्ट आई थी कि अमेरिका सेंट मार्टिन द्वीप पर सैन्य अड्डा बनाना चाहता है और इसके लिए बांग्लादेश पर दबाव बना रहा है। यह मुद्दा संसद तक पहुंचा था, जहां वर्कर्स पार्टी के नेता रशीद खान मेनन ने कहा था कि अमेरिका क्वाड में शामिल होने के लिए बांग्लादेश से सेंट मार्टिन की मांग कर रहा है।
BNP और यूनुस पर सीधा हमला
शेख हसीना ने विपक्षी BNP पार्टी पर भी तीखा हमला बोला और कहा कि यदि वे सत्ता में आए, तो सेंट मार्टिन द्वीप को विदेशों के हाथों बेच देंगे। जून 2023 में भी उन्होंने ऐसा बयान दिया था।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि यूनुस रोहिंग्या शरणार्थियों की समस्या का समाधान नहीं निकाल पा रहे हैं, बल्कि उनकी संख्या में वृद्धि हो रही है, जिससे देश के सीमावर्ती इलाकों की स्थिरता प्रभावित हो रही है।
बांग्लादेश में अस्थिरता के संकेत
इस राजनीतिक घमासान से साफ है कि बांग्लादेश में सत्ता का संघर्ष एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय कूटनीति और देश की सुरक्षा नीति के इर्द-गिर्द घूम रहा है। शेख हसीना द्वारा लगाए गए आरोप केवल घरेलू राजनीति नहीं, बल्कि एक बड़े भू-राजनीतिक समीकरण की ओर भी संकेत करते हैं।
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