July 6, 2025 2:05 AM

राजा हत्याकांड में फूटा राज और सोनम का विवाद: एक-दूसरे पर मर्डर की साजिश का आरोप

  • राजा रघुवंशी हत्याकांड में गिरफ्तार पत्नी सोनम रघुवंशी और उसके कथित प्रेमी राज कुशवाह अब एक-दूसरे के खिलाफ मोर्चा खोल चुके हैं

शिलॉन्ग, मेघालय। इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी हत्याकांड में गिरफ्तार पत्नी सोनम रघुवंशी और उसके कथित प्रेमी राज कुशवाह अब एक-दूसरे के खिलाफ मोर्चा खोल चुके हैं। पुलिस कस्टडी में दोनों के बयानों में जबरदस्त विरोधाभास सामने आया है। सोनम का कहना है कि हत्या की पूरी योजना राज ने बनाई थी, जबकि राज का दावा है कि सोनम ही पूरे मर्डर प्लान की मास्टरमाइंड है।

अब आमना-सामना कराएगी पुलिस

ईस्टर्न रेंज के डीआईजी डेविस एनआर मारक के मुताबिक, दोनों आरोपियों से अभी अलग-अलग पूछताछ की जा रही है। जल्दी ही दोनों को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की जाएगी, जिससे यह स्पष्ट हो सके कि हत्या की साजिश किसने रची। फिलहाल शिलॉन्ग कोर्ट ने 11 जून को सोनम और अन्य चार आरोपियों को 8 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है।

सभी आरोपियों ने हत्या में शामिल होने की बात मानी

पुलिस के अनुसार, पहले दौर की अनौपचारिक पूछताछ में सभी पांच आरोपियों ने हत्या में शामिल होने की बात स्वीकार की है। अब औपचारिक रूप से विस्तृत पूछताछ की जा रही है, जिसमें तकनीकी साक्ष्यों और बयानों का मिलान किया जाएगा। सोनम ने दावा किया है कि राज ने उसे हत्या के लिए उकसाया था, वहीं राज ने कहा कि सोनम ने ही राजा को रास्ते से हटाने की पूरी साजिश रची।

सोनम के चार फोन में से तीन गायब

जांच में सामने आया है कि सोनम के पास चार मोबाइल फोन थे, जिनमें से सिर्फ एक बरामद हुआ है। तीन अन्य फोन वह ठिकाने लगा चुकी है। पुलिस को कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR) से पुख्ता प्रमाण मिले हैं कि सोनम अलग-अलग सिम और मोबाइल से बात कर रही थी। पुलिस अब उसके गायब मोबाइल की लोकेशन और डेटा रिकवर करने में जुटी है, क्योंकि यही फोन हत्या के षड्यंत्र को उजागर कर सकते हैं।

मंगलसूत्र छोड़ने के पीछे सोची-समझी चाल

हत्या से ठीक पहले 22 मई की सुबह, जब सोनम और राजा शिलॉन्ग के शिपारा होम स्टे से चेकआउट कर रहे थे, तब सोनम जानबूझकर एक बैग वहीं छोड़ गई थी। पुलिस को जब यह बैग मिला, तो उसमें उसका मंगलसूत्र और अंगूठी मिली। शुरुआत में पुलिस को लगा कि यह संयोग हो सकता है, लेकिन बाद में जब राजा की लाश 2 जून को बरामद हुई और पता चला कि उसकी हत्या धारदार हथियार से की गई है, तब शक की सुई सोनम पर घूम गई। माना जा रहा है कि सोनम ने सोची-समझी साजिश के तहत जेवर छोड़ दिए थे ताकि घटना के बाद खुद को लूट की शिकार दिखा सके।

स्कूटी से हत्या स्थल तक जाने के पुख्ता सबूत

राजा रघुवंशी द्वारा किराए पर ली गई स्कूटी में GPS ट्रैकर मौजूद था, जिससे पुलिस को हत्या के दिन की गतिविधियों का पूरा ब्योरा मिला। ट्रैकर के अनुसार, 23 मई की दोपहर जब राजा की हत्या की गई, उस समय स्कूटी सोहरा गांव के पास तक पहुंची थी। स्कूटी सड़क किनारे चाबी के साथ मिली थी। पुलिस को इस बात के भी प्रमाण मिल चुके हैं कि सोनम, राज और उनके दो साथी इसी स्कूटी से घटनास्थल तक पहुंचे थे।

अब बढ़ रही है कानूनी कार्रवाई की रफ्तार

मेघालय पुलिस ने अब जांच की रफ्तार तेज कर दी है। टेक्निकल एविडेंस, CCTV फुटेज, मोबाइल डेटा और आरोपियों के बयानों को क्रॉस वेरिफाई किया जा रहा है। आने वाले दिनों में जब आरोपियों को आमने-सामने बैठाया जाएगा, तो यह तय हो सकता है कि इस हत्या का असली मास्टरमाइंड कौन है—सोनम या राज?

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