August 2, 2025 3:59 PM

पीएम मोदी को बच्चों ने कहा ‘दादा’: भारत दौरे पर भावुक हुईं उषा वेंस, रिश्तों को बताया ‘निजी’

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में अपने भारतीय दादा की छवि देखी, जो उनके लिए इस मुलाकात को बेहद आत्मीय बना गई

वॉशिंगटन । अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस की पत्नी उषा वेंस ने अपने हालिया भारत दौरे को न सिर्फ़ यादगार, बल्कि भावनात्मक रूप से बेहद निजी बताया है। उन्होंने कहा कि उनके तीन छोटे बच्चों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में अपने भारतीय दादा की छवि देखी, जो उनके लिए इस मुलाकात को बेहद आत्मीय बना गई। उषा वेंस ने कहा, “जब हमारे बच्चे प्रधानमंत्री मोदी से मिले, तो वे उन्हें देखकर भावुक हो गए। उन्हें लगा जैसे वे अपने दादा से मिल रहे हों। सफेद बाल और दाढ़ी वाले उस विनम्र भारतीय चेहरे में उन्होंने अपनापन महसूस किया और उसी पल से उन्हें ‘दादा’ कहने लगे।”

‘बच्चों के लिए यह सिर्फ़ मुलाकात नहीं, एक अनुभव था’

वेंस परिवार की यह यात्रा अप्रैल में हुई थी, जिसमें उपराष्ट्रपति जेडी वेंस, उषा वेंस और उनके तीन बच्चे – इवान, विवेक और मीराबेल शामिल थे। यह जेडी वेंस की भारत की पहली आधिकारिक यात्रा थी। उषा वेंस ने कहा कि बच्चों के लिए यह अनुभव सिर्फ़ राजनयिक मुलाकात नहीं, बल्कि संवेदनाओं से जुड़ा पारिवारिक क्षण था। उन्होंने याद किया कि जब वे पीएम मोदी के दिल्ली स्थित आवास पहुंचे, तो बच्चे दौड़कर मोदी के गले लग गए। पीएम ने भी न सिर्फ़ उन्हें अपनत्व दिया, बल्कि उनके पांच वर्षीय बेटे को जन्मदिन का तोहफा देकर एक भावनात्मक रिश्ता और प्रगाढ़ कर दिया।

‘आम की गाड़ी’ और भारतीय संस्कृति से बच्चों की आत्मीयता

दिल्ली प्रवास के दौरान प्रधानमंत्री आवास पर बच्चों को जिस बात ने सबसे ज्यादा आकर्षित किया, वह था आमों की पूरी गाड़ी। उषा ने मुस्कुराते हुए बताया कि उनका बेटा इतना खुश हो गया कि उसने कहा – “शायद मैं यहीं रह सकता हूं।” उन्होंने कहा कि उनके बच्चों ने कभी भारत नहीं देखा था, लेकिन कहानियों, भोजन और परिवार की बातों से भारत उनके मन में रचा-बसा था। यही वजह थी कि इस यात्रा ने उनके दिल में एक गहरा असर छोड़ा।

भारत-अमेरिका संबंधों को बताया ‘व्यक्तिगत’

उषा वेंस ने कहा कि भारत-अमेरिका संबंधों को वे सिर्फ़ रणनीतिक या कूटनीतिक नहीं, बल्कि व्यक्तिगत स्तर पर बेहद मूल्यवान मानती हैं। उन्होंने स्वीकार किया कि दोनों देशों के संबंधों में समय-समय पर उतार-चढ़ाव रहे हैं, लेकिन यह संबंध एक मजबूत और संभावनाओं से भरा रिश्ता है। “मेरे लिए भारत-अमेरिका संबंध सिर्फ़ राजनीति या रणनीति नहीं, बल्कि दिल से जुड़ा रिश्ता है। यह मेरे और मेरे परिवार के जीवन का हिस्सा है,” – उषा वेंस।

अगली यात्रा में आंध्र प्रदेश के पारिवारिक गांव जाएंगी उषा वेंस

उषा वेंस ने बताया कि वे अगली भारत यात्रा में अपने मूल गांव आंध्र प्रदेश जाने की योजना बना रही हैं, जहां उनके माता-पिता कृष और लक्ष्मी चिलुकुरी रहते हैं। उन्होंने कहा कि उनके बच्चे भारत के उन हिस्सों को भी देखना चाहते हैं, जिनसे उनका पारिवारिक जुड़ाव है।

निष्कर्ष: भावनाओं की डोर से बंधे कूटनीतिक रिश्ते

यह मुलाक़ात एक साधारण राजनयिक दृश्य से कहीं बढ़कर थी। यह संस्कृति, भावनाओं और पीढ़ियों के संबंधों को जोड़ने वाली कहानी बन गई है। जब एक बच्चे को किसी वैश्विक नेता में अपने दादा की छवि दिखे, तो यह संबंधों को नई परिभाषा देता है। भारत और अमेरिका के रिश्ते सिर्फ़ रणनीति नहीं, बल्कि संवेदना और साझी विरासत का भी प्रतिनिधित्व करते हैं।

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