पीएम मोदी ने नेताओं को मर्यादित व्यवहार की दी सलाह
नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में रविवार को आयोजित राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों की महत्वपूर्ण बैठक कई मायनों में अहम रही। इस बैठक में एक ओर जहां सशस्त्र बलों के पराक्रम और प्रधानमंत्री मोदी के साहसी नेतृत्व की सराहना करते हुए प्रस्ताव पारित किया गया, वहीं दूसरी ओर जाति जनगणना, सुशासन, नक्सलवाद, और बिहार चुनाव जैसे ज्वलंत मुद्दों पर भी गहन चर्चा हुई।
ऑपरेशन सिंदूर पर प्रस्ताव और श्रद्धांजलि
बैठक की शुरुआत ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सेना के शौर्य और दृढ़ निश्चय की सराहना के प्रस्ताव से हुई। साथ ही 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि भी दी गई। भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने बताया कि यह प्रस्ताव प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व और सशस्त्र बलों के पराक्रम को मान्यता देने हेतु पारित किया गया।
पीएम मोदी ने नेताओं को चेताया: बयानबाज़ी से बचें
बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने कुछ नेताओं के हालिया विवादित बयानों पर अप्रसन्नता जताते हुए सख्त लहजे में कहा कि सार्वजनिक जीवन में वाणी की मर्यादा बनाए रखना अनिवार्य है। उन्होंने विशेष रूप से विजय शाह, जगदीश देवड़ा और रामचंद्र जांगड़ा जैसे नेताओं के ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम हमले को लेकर दिए गए विवादास्पद बयानों पर नाराज़गी जताई। मोदी ने दो टूक कहा—”हर मुद्दे पर बोलना जरूरी नहीं, गैरजरूरी टिप्पणियों से पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचता है।”
जाति जनगणना: समावेशी विकास की दिशा में कदम
प्रधानमंत्री ने बैठक में जातिगत जनगणना के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि यह सरकार के उस विकास मॉडल का हिस्सा है, जिसके तहत समाज के वंचित और पिछड़े वर्गों को मुख्यधारा में लाने का प्रयास किया जा रहा है। वहीं जे.पी. नड्डा ने स्पष्ट किया कि भाजपा जातिगत राजनीति नहीं करती, बल्कि समाज के सभी वर्गों को सशक्त करने के लिए कार्य कर रही है।
आत्मनिर्भर भारत की ओर बढ़ते कदम
पीएम मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को स्वदेशी रक्षा तकनीक की विजय बताया और कहा कि इससे भारत की आत्मनिर्भरता को बल मिला है। उन्होंने राज्यों से आग्रह किया कि वे स्थानीय आवश्यकताओं पर आधारित साहसिक और दूरदर्शी नीति दस्तावेज तैयार करें, जो राष्ट्रीय लक्ष्यों के साथ जुड़ें।
नक्सलवाद पर सख्ती और रणनीति
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बैठक में नक्सलवाद पर चल रही रणनीति पर चर्चा की। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने बताया कि किस प्रकार राज्य ने नक्सलवाद के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ी है और सफलता प्राप्त की है।
50 वर्ष बाद फिर से उठेगा आपातकाल का मुद्दा
जेपी नड्डा ने घोषणा की कि 25-26 जून को आपातकाल के 50 वर्ष पूरे होने पर एनडीए व्यापक अभियान चलाकर देश को उन काले दिनों की याद दिलाएगा जब लोकतंत्र का गला घोंटा गया था।
बिहार चुनाव और सुशासन के मुद्दे
सूत्रों के अनुसार बैठक में बिहार चुनाव की रणनीति, सुशासन के मॉडल, और मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल की पहली वर्षगांठ पर होने वाले कार्यक्रमों पर भी चर्चा हुई। इन मुद्दों को लेकर समन्वय और नीति निर्धारण की प्रक्रिया पर बल दिया गया।
इस बैठक से यह स्पष्ट संदेश गया है कि एनडीए आने वाले चुनावी और प्रशासनिक मोर्चों पर पूरी एकजुटता और दिशा के साथ कार्य कर रहा है, जिसमें नेतृत्व, सुशासन और मर्यादित सार्वजनिक व्यवहार को प्राथमिकता दी जा रही है।
स्वदेश ज्योति के द्वारा
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