July 31, 2025 1:55 AM

जम्मू-कश्मीर में आतंक के खिलाफ दोहरा वार: केरन और त्राल में 6 आतंकी ढेर, बड़ी साजिश नाकाम

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श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों ने बीते 48 घंटों में दो अलग-अलग जगहों पर बड़े आतंकी ऑपरेशन चलाकर छह आतंकवादियों को मार गिराया है। ये सफल ऑपरेशन उत्तरी कश्मीर के केरन सेक्टर और दक्षिण कश्मीर के त्राल इलाके में किए गए। आतंकियों के पास से हथियार और गोला-बारूद भी बरामद हुआ है।

ऊंचाई वाले इलाकों में छिपे थे आतंकी, सेना ने घेरा डालकर किया खात्मा

सेना के वी फोर्स के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (GOC) मेजर जनरल धनंजय जोशी ने बताया कि 12 मई को केरन (केलार) इलाके में आतंकियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी। यह इलाका कठिन पहाड़ी क्षेत्र है, जहां आतंकवादी छिपकर गतिविधियों को अंजाम देने की कोशिश कर रहे थे।
13 मई की सुबह, सुरक्षा बलों ने इलाके की घेराबंदी की और जब आतंकियों ने गोलीबारी शुरू की तो जवाबी कार्रवाई में तीन आतंकियों को मार गिराया गया।

त्राल में गांव के भीतर हुआ मुठभेड़, ग्रामीणों की सुरक्षा सबसे बड़ी प्राथमिकता रही

त्राल में चलाया गया दूसरा ऑपरेशन एक सीमावर्ती गांव में हुआ, जहां आतंकवादी घरों में छिपे हुए थे। सुरक्षाबलों ने पूरी सावधानी के साथ ग्रामीणों की सुरक्षा सुनिश्चित की और आतंकियों को चारों ओर से घेर लिया।
मेजर जनरल जोशी ने बताया,
“हमारी प्राथमिकता थी कि किसी भी ग्रामीण को नुकसान न पहुंचे। इसलिए ऑपरेशन बेहद सूझबूझ और रणनीति से चलाया गया।”
इस कार्रवाई में तीन और आतंकवादी ढेर किए गए।

शाहिद कुट्टे: विदेशी पर्यटक हमले में शामिल था यह आतंकी

मारे गए आतंकियों में से एक की पहचान शाहिद कुट्टे के रूप में हुई है, जो पहले दो बड़े आतंकी हमलों में शामिल रहा है।
इनमें एक हमला एक जर्मन पर्यटक पर भी था, जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि को नुकसान पहुंचाने की साजिश थी।
शाहिद कुट्टे आतंकी गतिविधियों के लिए फंडिंग और नेटवर्किंग में भी सक्रिय था।

पुलिस और सेना का साझा बयान: आतंकी नेटवर्क को जड़ से खत्म करने का संकल्प

आईजीपी कश्मीर वीके बिरदी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा,
“पिछले 48 घंटों में केरन और त्राल में हुए दो बड़े ऑपरेशन हमारी दृढ़ इच्छाशक्ति का प्रतीक हैं। आतंक के पूरे पारिस्थितिकी तंत्र को खत्म करने की दिशा में हम निरंतर प्रयासरत हैं।”

उन्होंने बताया कि ये आतंकवादी सीमापार से लगातार घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे, और उनकी मंशा कश्मीर घाटी में अशांति फैलाने की थी। सुरक्षाबलों की सतर्क निगरानी और सूचनातंत्र की वजह से यह साजिश नाकाम हो पाई।

सीमाई सुरक्षा और भी मजबूत की जाएगी

सेना और पुलिस अधिकारियों ने संकेत दिए हैं कि आने वाले दिनों में सीमा पर गश्त, ड्रोन सर्विलांस और इंटेलिजेंस नेटवर्क को और अधिक मजबूत किया जाएगा, ताकि किसी भी घुसपैठ या आतंकी हरकत को पहले ही रोका जा सके।


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