- पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और ISI प्रमुख असीम मलिक ने भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से सीधा संपर्क किया
नई दिल्ली। 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत द्वारा की गई सर्जिकल एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान में हड़कंप मच गया है। मंगलवार रात भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पीओके के 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, जिसके बाद पाकिस्तान ने राजनयिक और सैन्य चैनलों के जरिए संपर्क साधना शुरू कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और ISI प्रमुख असीम मलिक ने भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से सीधा संपर्क किया है। इस बातचीत को तनाव कम करने की कोशिश माना जा रहा है। हालांकि भारत ने साफ किया कि ऑपरेशन सिंदूर केवल आतंकी ठिकानों तक सीमित था और यह कार्रवाई आत्मरक्षा के तहत की गई थी।
भारत की कार्रवाई के बाद पाकिस्तान के सुर बदले
हालांकि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने शुरू में “मुंहतोड़ जवाब” की बात की थी, लेकिन भारत की स्पष्ट और लक्षित सैन्य कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने बैकडोर डिप्लोमेसी का रुख अपनाया है। सुरक्षा विश्लेषकों का मानना है कि पाकिस्तान फिलहाल सीधे संघर्ष से बचना चाहता है।
डोभाल-मलिक वार्ता: क्या है इसका महत्व?
जानकारों के अनुसार, अजीत डोभाल और असीम मलिक के बीच हुई यह वार्ता दबाव में की गई एक डिप्लोमैटिक पहल है। भारत के कड़े संदेश और सेना की तैयारियों को देखते हुए पाकिस्तान फिलहाल कोई बड़ा जोखिम नहीं उठाना चाहता। भारत की ओर से यह भी संकेत दिए गए हैं कि यदि सीमा पार से आतंकवाद बंद नहीं होता, तो अगली कार्रवाई और भी सख्त हो सकती है। वहीं, पाकिस्तान की कोशिश है कि अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत के खिलाफ वातावरण बनाया जाए, लेकिन उसे फिलहाल इसमें समर्थन नहीं मिल रहा।