भोपाल।
विकट परिस्थितियों में विजय पाने, शत्रुओं पर नियंत्रण रखने और न्याय के मार्ग में आने वाली बाधाओं को दूर करने वाली महाविद्या देवी बगलामुखी की जयंती आज बड़े श्रद्धा भाव से मनाई जा रही है। यह दिन विशेष रूप से शत्रु बाधा, कोर्ट-कचहरी के मामलों, वाक्-सिद्धि और राजनीतिक सफलता के लिए श्रेष्ठ माना गया है।
बगलामुखी जयंती को शक्ति उपासना का अत्यंत प्रभावशाली दिन माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि आज के दिन विधिपूर्वक उपासना करने से तुरंत फल मिलता है।
🕉️ कौन हैं देवी बगलामुखी?
बगलामुखी दस महाविद्याओं में से आठवीं शक्ति हैं। इन्हें ‘स्तम्भन शक्ति’ भी कहा जाता है, यानी नकारात्मक शक्तियों, शत्रुओं और विरोधियों को रोकने की अद्वितीय शक्ति। इनके हाथ में गदा और जीभ पकड़े हुए मुद्रा दर्शाती है कि वे शत्रु के बोल और बल को रोक सकती हैं।
देवी पीले रंग की वस्त्रों में, पीले फूलों और हल्दी से पूजन में विशेष प्रेम रखती हैं, इसलिए इनकी पूजा को ‘पीताम्बरा साधना’ भी कहा जाता है।

🌼 बगलामुखी जयंती कैसे मनाएं?
1. ब्रह्म मुहूर्त में उठें और स्नान कर पीले वस्त्र पहनें।
2. घर के पूजा स्थल को हल्दी से रंगें और देवी को पीले फूल अर्पित करें।
3. देवी का बीज मंत्र – “ॐ ह्लीं बगलामुखि सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तम्भय जिव्हां कीलय बुद्धिं विनाशय ह्लीं ॐ स्वाहा” – का 108 बार जाप करें।
4. घी का दीपक और पीले चंदन की धूप लगाएं।
5. पीले फल, लड्डू, बेसन के पकवान का भोग लगाएं।
🔱 देवी बगलामुखी की व्रत कथा
पौराणिक कथा के अनुसार, एक बार सृष्टि में भयंकर तूफान आने लगा जिससे सारा ब्रह्मांड कांपने लगा। सभी देवता भगवान विष्णु के पास पहुंचे। विष्णु जी तपस्या में लीन होकर देवी शक्ति से मार्गदर्शन मांगा। उसी समय हरिद्रा सरोवर से एक तेजोमयी शक्ति प्रकट हुईं – देवी बगलामुखी।
उन्होंने अपने स्वरूप से ब्रह्मांड के तूफान को शांत किया और समस्त दुष्ट शक्तियों का स्तम्भन किया। तभी से इनकी उपासना शत्रु, कोर्ट केस, अपयश, जुबानी विवाद और सत्ता संघर्ष में सफलता के लिए की जाती है।

✨ बगलामुखी जयंती के विशेष उपाय
🔸 कोर्ट-कचहरी में विजय हेतु
एक नींबू के ऊपर देवी का बीज मंत्र 21 बार बोलें और कोर्ट में जाने से पहले अपने पास रखें। कार्य सिद्ध होगा।
🔸 शत्रु नाश के लिए
पीली सरसों, हल्दी और काले तिल को मिलाकर अग्नि में होम करें। “ह्लीं” बीज मंत्र का जाप करते रहें।
🔸 वाक्-सिद्धि और प्रभावशाली वाणी के लिए
देवी को पीला मीठा पान चढ़ाएं और “ह्लीं” बीज मंत्र का जाप करें। बोलने में चमत्कारी प्रभाव आएगा।
🔸 व्यापार या राजनीति में सफलता के लिए
बगलामुखी यंत्र की स्थापना कर विधिवत पूजन करें और उसे दुकान/ऑफिस में रखें। रोज़ एक दीपक जलाएं।
🔸 शत्रु नाश के लिए बगलामुखी मंत्र का जाप
अगर कोई शत्रु या विरोधी आपकी राह में अड़चन डाल रहा है, तो आप यह मंत्र 108 बार जपें:
ॐ बगलामुखी देव्यै ह्लीं ह्रीं क्लीं शत्रु नाशं कुरु।
यह मंत्र शत्रु को निष्क्रिय करता है और आपकी रक्षा करता है।
🔸 धन और सौभाग्य के लिए हल्दी का श्री यंत्र बनाएं
हल्दी से बना श्री यंत्र देवी बगलामुखी को बहुत प्रिय होता है। इसे पीले कपड़े पर स्थापित कर पूजा करें। इससे आर्थिक स्थिति मजबूत होती है और सौभाग्य बढ़ता है।
🔸 संतान सुख के लिए घर में हवन करें
अगर संतान प्राप्ति में बाधा आ रही है तो रात को देवी के बीज मंत्रों के साथ हवन करें। सामग्री में तिल, चावल, गाय का घी, अशोक पत्ता और गुड़ जरूर शामिल करें।
🔸 विद्यार्थियों के लिए सफलता मंत्र
पढ़ाई में मन नहीं लग रहा? तो यह मंत्र आज से रोज जपना शुरू करें:
ॐ ह्रीं ह्रीं ह्रीं बगामुखी देव्यै ह्लीं साफल्यं देहि देहि स्वाहा।
एकाग्रता और आत्मविश्वास में तेजी से सुधार आएगा।
🔸 नकारात्मक ऊर्जा हटाने के लिए दीपक जलाएं
शाम के समय देवी बगलामुखी की तस्वीर के सामने घी का दीपक जलाएं और उनके किसी भी बीज मंत्र का 108 बार जाप करें। इससे घर में पॉजिटिव एनर्जी बनी रहती है और भय समाप्त होता है।
💛 विशेष सुझाव
- पूजा के समय पीले वस्त्र पहनें और पीले फूल चढ़ाएं—यह देवी को अत्यंत प्रिय है।
- हल्दी की माला से मंत्र जाप करें तो फल जल्दी प्राप्त होता है।
- पूजा के बाद पीले वस्त्र में थोड़े मूंग दान करें—यह रोग और दरिद्रता दोनों से राहत देता है।
इस बगलामुखी जयंती पर इन उपायों को श्रद्धा और विश्वास से करने पर आपकी मनोकामना जरूर पूरी होगी। चाहें आप शत्रु से परेशान हों, परीक्षा की चिंता हो या मन की उलझनें—देवी बगलामुखी की साधना हर दिशा से समाधान देती है।
📿 साधकों के लिए खास संदेश
बगलामुखी साधना गोपनीय और नियमों से युक्त होती है, इसलिए इस दिन की पूजा में संयम और श्रद्धा अत्यंत आवश्यक है। बिना इच्छा दूसरों को हानि पहुँचाने के लिए साधना करना वर्जित माना गया है। यह जयंती आत्मरक्षा, न्याय और सत्य की रक्षा के लिए शक्ति अर्जन का पर्व है।
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