- पाकिस्तान ने 30 अप्रैल की रात एक बार फिर बिना किसी उकसावे के फायरिंग की
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (LoC) पर हालात एक बार फिर से तनावपूर्ण हो गए हैं। पाकिस्तान ने 30 अप्रैल की रात एक बार फिर बिना किसी उकसावे के फायरिंग की। छोटे हथियारों से की गई यह गोलीबारी कुपवाड़ा, उरी और अखनूर सेक्टरों में हुई — वही इलाके जो पहले भी संघर्ष के प्रमुख केंद्र रहे हैं। भारतीय सेना ने भी संयम और सख्ती के साथ जवाब देते हुए पाकिस्तान को उसकी हरकतों का करारा अहसास करा दिया।
भारतीय सेना का जवाब: ‘हम तैयार हैं’
भारतीय सेना की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि पाकिस्तानी सेना की यह गोलीबारी पूरी तरह से “बिना किसी उकसावे के” थी। लेकिन हमारी सेनाएं सतर्क थीं और पूरी मुस्तैदी के साथ जवाब दिया गया। सेना ने कहा कि हम अपनी सीमाओं की सुरक्षा को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं और ऐसी हर कार्रवाई का उचित और सटीक जवाब देंगे।
दो रातों से लगातार चल रही पाकिस्तानी हिमाकत
पाकिस्तान की यह दुस्साहसिक कोशिश कोई पहली बार नहीं है। इससे पहले 29 और 30 अप्रैल की रात भी पाकिस्तानी चौकियों से नौशेरा, सुंदरबनी और अखनूर सेक्टर की ओर गोलीबारी की गई थी। तब भी भारतीय जवानों ने न सिर्फ जवाबी फायरिंग की, बल्कि साफ कर दिया कि सीमा पार से किसी भी नापाक इरादे को सफल नहीं होने दिया जाएगा।
क्या यह युद्ध की आहट है?
विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान की यह लगातार फायरिंग हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत के सख्त रवैये का डर है। कूटनीतिक दबाव और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अलग-थलग पड़ने के चलते पाकिस्तान अब LoC पर तनाव भड़काकर ध्यान भटकाना चाहता है। लेकिन भारतीय सेना की तत्परता और सरकार की स्पष्ट नीति इस बार किसी भी उकसावे को अनदेखा करने के मूड में नहीं है।
स्थानीय लोगों में दहशत, लेकिन सेना पर भरोसा
LoC के नजदीक बसे गांवों में रातभर गोलियों की आवाज़ों से दहशत का माहौल रहा। हालांकि स्थानीय लोग सेना की प्रतिक्रिया से आश्वस्त हैं। कई ग्रामीणों का कहना है कि “अब हमें डर नहीं लगता, क्योंकि हमारे जवान मोर्चे पर डटे हैं।” भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि वह न तो उकसावे में आएगा और न ही कमजोर जवाब देगा। सीमा पर गोलीबारी की हर घटना अब केवल बंदूक से नहीं, बल्कि कूटनीतिक और रणनीतिक स्तर पर भी जवाबी कार्रवाई का संकेत दे रही है।