नई दिल्ली। सोने की कीमतों ने सोमवार को एक ऐतिहासिक छलांग लगाई। 10 ग्राम 24 कैरेट शुद्धता वाला सोना अब ₹1 लाख के आंकड़े को पार कर चुका है। यह अब तक का सबसे ऊँचा स्तर है। पिछले 112 दिनों में सोना ₹23,838 महंगा हो चुका है। जानकारों का मानना है कि साल 2025 के अंत तक इसकी कीमतें ₹1.10 लाख प्रति 10 ग्राम तक जा सकती हैं। लेकिन आखिर यह बढ़ोतरी क्यों हो रही है? क्या यह निवेश का सही समय है? आइए विस्तार से समझते हैं।
📈 अभी क्या है रेट?
- 22 कैरेट सोना (ज्वेलरी ग्रेड): ₹91,650 प्रति 10 ग्राम
- 24 कैरेट सोना (बिस्किट/इन्वेस्टमेंट ग्रेड): ₹1,00,025 प्रति 10 ग्राम
- चांदी: ₹82,000 प्रति किलो
ये कीमतें भारत के प्रमुख मेट्रो शहरों की औसत हैं, स्थानीय टैक्स और मेकिंग चार्ज अलग हो सकते हैं।
💹 112 दिनों में ₹23,838 की उछाल कैसे?
2025 की शुरुआत में सोना करीब ₹76,000 प्रति 10 ग्राम के आसपास था। लेकिन वैश्विक परिस्थितियों, महंगाई, और डॉलर में कमजोरी जैसे कई कारणों से इसकी मांग तेजी से बढ़ी। सिर्फ 3.5 महीनों में इसकी कीमतों में 30% तक की बढ़ोतरी दर्ज हुई।
📊 गोल्ड की कीमतें क्यों बढ़ रही हैं?
- अंतरराष्ट्रीय तनाव – ईरान-इजरायल और रूस-यूक्रेन के बीच बढ़ते युद्ध जैसे हालातों ने सोने को ‘सुरक्षित निवेश’ बना दिया है।
- डॉलर में कमजोरी – डॉलर इंडेक्स में गिरावट से सोने की मांग बढ़ जाती है, जिससे कीमतें ऊपर जाती हैं।
- केन्द्रीय बैंकों की खरीदारी – भारत, चीन जैसे देशों के केंद्रीय बैंक लगातार सोने का स्टॉक जमा कर रहे हैं।
- महंगाई से बचाव – जब बाजार में अनिश्चितता होती है, लोग सोने में निवेश करते हैं क्योंकि यह मुद्रास्फीति से सुरक्षा प्रदान करता है।
- भारतीय बाजार में शादी-ब्याह का सीजन – घरेलू मांग भी कीमतों को ऊंचा बनाए रखती है।
🏦 निवेशकों के लिए क्या यह सही समय है?
विश्लेषकों की राय दो हिस्सों में बंटी है:
- कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह बुलिश ट्रेंड अभी और कुछ महीने चलेगा, और साल के अंत तक दाम ₹1.10 लाख तक जा सकते हैं।
- वहीं, कुछ का मानना है कि अभी जो तेजी है वह छोटे समय के लिए है, और ₹1 लाख पर थोड़ा करेक्शन भी आ सकता है।
📍 निवेश सलाह:
अगर आप लॉन्ग टर्म (2–3 साल) के लिए निवेश करना चाहते हैं, तो Sovereign Gold Bonds (SGB) या Digital Gold बेहतर विकल्प हैं। शॉर्ट टर्म के लिए निवेश में थोड़ा सावधानी बरतनी चाहिए।
📦 ज्वेलर्स और खरीदारों पर क्या असर?
- ज्वेलर्स को कम बिक्री की चिंता है क्योंकि ग्राहक ‘सोना महंगा है’ सोचकर खरीद टाल सकते हैं।
- वहीं कुछ लोग अब ऑल्टरनेटिव मेटल्स जैसे प्लैटिनम या चांदी की ओर रुख कर रहे हैं।
- अक्षय तृतीया और शादी सीजन में ग्राहकों को अपनी जेब और प्लानिंग दोनों का ध्यान रखना होगा।
📉 चांदी की चमक भी बढ़ी
चांदी भी इस समय रिकॉर्ड रेंज में है। इसका भी रुझान तेजी का है और आने वाले महीनों में यह ₹90,000 प्रति किलो तक जा सकती है।
सोने ने रिकॉर्ड तोड़ दिया है और ये निवेशकों को आकर्षित कर रहा है। हालांकि इतनी ऊंची कीमतों पर खरीददारी में सतर्कता जरूरी है। बाजार में अस्थिरता बनी रह सकती है, लेकिन लॉन्ग टर्म प्लानिंग वाले निवेशकों के लिए यह अब भी एक मजबूत विकल्प बना हुआ है।
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