रामबन, 20 अप्रैल 2025 — जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले में शुक्रवार देर रात बादल फटने की घटना ने भारी तबाही मचाई। तेज बारिश के बाद आई अचानक बाढ़ और भूस्खलन से इलाके में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। इस भीषण आपदा में अब तक तीन लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 100 से अधिक लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है।
घटना का विवरण
रामबन जिले के संगलदान और गूल-गुलाबगढ़ क्षेत्र में रात करीब 2 बजे के आसपास बादल फटने की घटना हुई। इसके तुरंत बाद नालों और पहाड़ियों से मलबा और तेज पानी बहकर नीचे बस्तियों और सड़कों की ओर आ गया। कई घरों को नुकसान पहुंचा, और कुछ पूरी तरह बह गए। कुछ वाहनों के बहने की भी खबर है।
बचाव अभियान
जैसे ही घटना की सूचना मिली, प्रशासन, पुलिस, एसडीआरएफ और सेना की संयुक्त टीमें राहत और बचाव कार्यों में जुट गईं। खराब मौसम और अंधेरे के बावजूद बचाव अभियान पूरी रात चलता रहा। हेलिकॉप्टर की सहायता से पहाड़ी इलाकों में फंसे लोगों को सुरक्षित निकाला गया। अब तक करीब 100 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
रामबन के डीसी मसीरत-उल-इस्लाम ने बताया, “हमारी टीमें लगातार बचाव कार्य में लगी हुई हैं। जिन क्षेत्रों में रास्ते बंद हो गए हैं, वहां मशीनरी लगाकर मलबा हटाया जा रहा है।”
मृतकों की पहचान
प्रशासन ने तीन मृतकों की पहचान कर ली है। मृतकों में दो पुरुष और एक महिला शामिल हैं। इनके शव मलबे में दबे मिले। प्रशासन द्वारा परिजनों को मुआवजे के रूप में ₹5 लाख की तत्काल सहायता देने की घोषणा की गई है।
सड़क और संचार पर असर
इस घटना के कारण जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-44) पर यातायात बाधित हो गया है। कई स्थानों पर भूस्खलन से सड़कें पूरी तरह बंद हैं। यात्रियों को वैकल्पिक मार्ग अपनाने की सलाह दी गई है। कई गांवों में बिजली और मोबाइल नेटवर्क भी प्रभावित हुआ है।

मौसम विभाग की चेतावनी
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने जम्मू-कश्मीर के ऊपरी इलाकों में अगले 48 घंटों तक भारी बारिश और बर्फबारी की चेतावनी जारी की है। लोगों से अपील की गई है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें और स्थानीय प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें।
मुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने इस घटना पर दुख जताया और प्रभावित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने राहत कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।
मनोज सिन्हा ने कहा, “प्रशासन हर प्रभावित व्यक्ति की मदद करेगा। हम इस कठिन समय में लोगों के साथ खड़े हैं।”