भोपाल, 5 अप्रैल —नवरात्रि के पावन अवसर पर आज महाष्टमीं का पर्व राजधानी भोपाल सहित देशभर में पूरे उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया जा रहा है। अष्टमीं के दिन को देवी दुर्गा की अर्चना और साधना का अत्यंत पावन दिन माना जाता है। इसी के चलते भोपाल के प्रमुख देवी मंदिरों में सुबह से ही भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी।
सुबह तड़के विशेष आरती और हवन-पूजन के साथ भक्तों ने मां दुर्गा का आशीर्वाद लिया। राजधानी के कर्फ्यूवाली माता मंदिर में सुबह विशेष महाआरती का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया। मंदिर को विशेष रूप से सजाया गया और मां का भव्य श्रृंगार किया गया, जिसने भक्तों का मन मोह लिया।
इसी तरह तलैया मंदिर, माता मंदिर चौराहा, चूना भट्टी स्थित मंदिर और कंकाली मंदिर सहित शहर के अन्य प्रमुख मंदिरों में भी सुबह से ही भक्तों की कतारें देखने को मिलीं। भक्तों ने पूजा-अर्चना के साथ व्रत का पालन करते हुए मां से अपने परिवार की सुख-समृद्धि और मनोकामना पूर्ति की कामना की।
महाष्टमी के अवसर पर भक्त दिनभर व्रत रखकर मां की आराधना करते हैं और रात्रि को कन्या पूजन के साथ व्रत का समापन करते हैं। कई स्थानों पर श्रद्धालुओं ने हवन भी किया, जिससे वातावरण में आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार हुआ।





पंडितों के अनुसार, महाष्टमी का व्रत अत्यंत फलदायक होता है और साधक की हर मनोकामना पूर्ण होती है। अष्टमीं की रात को देवी दुर्गा के महागौरी स्वरूप की पूजा विशेष फल देती है।
इस बीच शहर में राम नवमीं की तैयारियां भी जोरों पर हैं। महाष्टमी के एक दिन बाद आने वाली राम नवमीं के अवसर पर राजधानी में करीब 100 से अधिक स्थानों पर भंडारों का आयोजन किया जा रहा है। धार्मिक संस्थाएं और सामाजिक संगठन भंडारा वितरण की तैयारियों में जुटे हुए हैं।
भोपाल में श्रद्धा और भक्ति का ऐसा संगम देखने को मिला जिसने यह प्रमाणित कर दिया कि नवरात्रि केवल पर्व नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक अनुभव है जिसमें भक्त और देवी मां के बीच एक आत्मिक जुड़ाव होता है।
स्वदेश ज्योति के द्वारा
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