अयोध्या। श्रीराम जन्मभूमि में इस वर्ष राम नवमी भव्य रूप से मनाई जा रही है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट इस महोत्सव को पूरे हर्षोल्लास के साथ मना रहा है। जन्मोत्सव से पहले प्रतिदिन संध्या के समय प्रसिद्ध कलाकारों द्वारा रामलला के समक्ष बधाई गायन किया जा रहा है।
राम नवमी के पावन अवसर पर 6 अप्रैल को दोपहर 12:00 बजे रामलला का जन्म होगा। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने जानकारी दी कि ठीक 12:00 बजे भगवान श्रीराम का जन्मोत्सव मनाया जाएगा, और उसी समय सूर्यदेव अपनी किरणों से चार मिनट तक रामलला का अभिषेक करेंगे।
सूर्य तिलक का होगा सीधा प्रसारण
भगवान श्रीराम सूर्यवंशी थे, इसलिए उनकी जन्मभूमि में सूर्य तिलक का विशेष आयोजन किया गया है। दोपहर 12:00 बजे जब भगवान रामलला का जन्म होगा, तब सूर्य अपनी किरणों से अगले चार मिनट तक रामलला का अभिषेक करेंगे। यह भव्य दृश्य सीधे प्रसारित किया जाएगा, ताकि राम भक्त इस दिव्य क्षण के साक्षी बन सकें।
अभिषेक, श्रृंगार और 56 भोग का आयोजन
राम नवमी पर विशेष पूजन कार्यक्रम होंगे:
- प्रातः 9:30 बजे से एक घंटे तक रामलला का अभिषेक किया जाएगा।
- अभिषेक के बाद भगवान का विशेष श्रृंगार होगा।
- रामलला को 56 भोग अर्पित किए जाएंगे।
राम नवमी तक चलेगा नवाह्न पाठ
प्रातः 8:30 बजे से श्रीराम जन्मभूमि परिसर में श्रीराम चरितमानस और वाल्मीकि रामायण का नवाह्न पाठ हो रहा है, जो राम नवमी तक जारी रहेगा।
अंगद टीला पर रामकथा का आयोजन
राम जन्मभूमि परिसर के अंगद टीला पर प्रतिदिन श्रीराम कथा का आयोजन हो रहा है।
- इसमें वृंदावन के प्रसिद्ध रामकथा वाचक अतुल कृष्ण भारद्वाज भगवान श्रीराम की लीलाओं का व्याख्यान कर रहे हैं।
- बड़ी संख्या में राम भक्त राम कथा का श्रवण कर रहे हैं और रामलला के दर्शन कर पुण्य लाभ अर्जित कर रहे हैं।
राम नवमी पर भारी भीड़ की संभावना
ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने वीडियो जारी कर राम भक्तों को आवश्यक जानकारी दी।
- 6 अप्रैल को रामलला के दर्शन के लिए भारी भीड़ की संभावना है।
- उन्होंने भक्तों से व्यवस्था बनाए रखने और नियमों का पालन करने की अपील की है।
अयोध्या में इस वर्ष की राम नवमी ऐतिहासिक होगी, क्योंकि प्रभु श्रीराम का भव्य मंदिर निर्माण के बाद यह पहली राम नवमी है। इस उत्सव में लाखों श्रद्धालु भाग लेंगे और श्रीराम जन्मोत्सव की पावन बेला के साक्षी बनेंगे।
स्वदेश ज्योति के द्वारा।
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