पर्यटन और ट्रैफिक सुविधा को मिलेगा बढ़ावा
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के प्रसिद्ध बौद्ध तीर्थ स्थल सारनाथ में जल्द ही एलिवेटेड रोड का निर्माण होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विजन के तहत 1.18 किलोमीटर लंबे फोरलेन एलिवेटेड रोड के लिए ₹104.69 करोड़ की मंजूरी दी गई है। यह परियोजना पर्यटन को बढ़ावा देने और यातायात सुगम बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।
कहां बनेगा एलिवेटेड रोड?
उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम (यूपीएसबीसी) के अनुसार, रिंग रोड स्थित कस्तूरबा गांधी विद्यालय से सारनाथ रेलवे स्टेशन तक इस एलिवेटेड रोड का निर्माण किया जाएगा।
परियोजना के प्रमुख बिंदु:
- लंबाई: 1.18 किमी
- लागत: ₹104.69 करोड़
- निर्माण अवधि: 730 दिन (लगभग 2 वर्ष)
- सड़क की चौड़ाई: फोरलेन
यातायात और पर्यटन को होगा लाभ
सारनाथ आने वाले पर्यटकों और स्थानीय निवासियों को अब ट्रैफिक जाम से राहत मिलेगी। इस एलिवेटेड रोड के निर्माण से:
✔ सारनाथ जाने का यात्रा समय कम होगा।
✔ प्रमुख बौद्ध स्थलों तक आसान और तेज़ पहुंच संभव होगी।
✔ क्षेत्र में अत्याधुनिक बुनियादी ढांचा तैयार होगा।
✔ वाराणसी में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी फायदा होगा।
सारनाथ: बौद्ध धर्म का प्रमुख तीर्थ स्थल
वाराणसी जिले में स्थित सारनाथ बौद्ध धर्म के चार प्रमुख तीर्थों में से एक है। यहीं पर भगवान गौतम बुद्ध ने अपना पहला उपदेश दिया था। इस ऐतिहासिक स्थल पर दुनियाभर से बौद्ध श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। यहां पर धमेक स्तूप, मूलगंध कुटी विहार, अशोक स्तंभ जैसे प्रसिद्ध स्थल हैं, जो बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए पवित्र माने जाते हैं।
योगी सरकार की बुनियादी ढांचे को मजबूत करने की योजना
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार उत्तर प्रदेश में रोड कनेक्टिविटी और पर्यटन को मजबूत करने के लिए लगातार कार्य कर रही है। हाल ही में प्रदेश के कई प्रमुख धार्मिक और पर्यटन स्थलों तक बेहतर सड़कें और हाइवे बनाए गए हैं। सारनाथ में एलिवेटेड रोड का निर्माण इसी दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है।
स्वदेश ज्योति के द्वारा
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