Trending News

April 19, 2025 8:10 PM

पश्चिम बंगाल में सिलेंडर ब्लास्ट, 8 लोगों की मौत मरने वालों में 4 बच्चे, 4 महिलाएं

पश्चिम बंगाल में सिलेंडर ब्लास्ट, 8 लोगों की मौत

भाजपा का आरोप- बम बनाने की अवैध फैक्ट्री चल रही थी

कोलकाता: पश्चिम बंगाल के साउथ 24 परगना जिले के पाथर प्रतिमा इलाके में 31 मार्च को देर रात गैस सिलेंडर ब्लास्ट हुआ था। इस हादसे में मरने वालों की संख्या मंगलवार को 8 हो गई, जिनमें 4 बच्चे और 4 महिलाएं शामिल हैं। हादसा ढोलाघाट गांव में रात करीब 9 बजे हुआ। ये सभी मृतक एक ही परिवार के सदस्य थे।

अधिकारियों के अनुसार, प्रारंभिक जांच में यह जानकारी सामने आई है कि 2 गैस सिलेंडरों में ब्लास्ट हुआ था। घटना के बाद, पुलिस और प्रशासन ने राहत कार्यों में तेजी से मदद शुरू की और घायलों को इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल भेजा।

भाजपा का आरोप- अवैध बम फैक्ट्री चल रही थी

इस हादसे के बाद भाजपा ने गंभीर आरोप लगाए हैं। पार्टी के विधायक और विपक्षी नेता शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि घटना के स्थान पर क्रूड बम बनाने की अवैध फैक्ट्री चल रही थी, जिससे यह हादसा हुआ। शुभेंदु अधिकारी ने यह भी आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और पुलिस प्रशासन इस मामले को दबाने की कोशिश कर रहे हैं और सही जानकारी को छिपा रहे हैं।

टीएमसी का बयान और पुलिस की जांच

पुलिस अधिकारी कोटेश्वर राव ने घटना के बाद कहा कि घर में कोई अवैध पटाखा फैक्ट्री नहीं थी। उनके अनुसार, यह एक सिलेंडर ब्लास्ट था और इसमें किसी प्रकार के बम बनाने का कोई तत्व नहीं था। वहीं, टीएमसी विधायक समीर कुमार ने कहा कि घटना स्थल के पास एक लाइसेंसी पटाखा फैक्ट्री थी। उन्होंने यह संभावना जताई कि पीड़ित परिवार के घर में कुछ पटाखों का कच्चा माल रखा गया था, जिससे यह विस्फोट हुआ।

घटना के बाद की स्थिति

पुलिस और प्रशासन ने घटनास्थल पर पूरी जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने कहा कि प्राथमिक जांच से यह स्पष्ट हो गया कि यह एक गैस सिलेंडर ब्लास्ट था, लेकिन आगे की जांच जारी है। अधिकारियों ने बताया कि पीड़ित परिवार के घर के पास स्थित पटाखा फैक्ट्री में संभवतः कोई रासायनिक सामग्री या कच्चा माल था, जो विस्फोट का कारण बना।

इस हादसे ने एक बार फिर से पश्चिम बंगाल में सुरक्षा मानकों और अवैध कार्यों के मुद्दे को प्रमुख बना दिया है। हादसे के बाद से स्थानीय लोग गहरे शोक में हैं और प्रशासन पर इस घटना की सही और पारदर्शी जांच करने का दबाव बना रहे हैं।

Share on facebook
Share on twitter
Share on linkedin
Share on whatsapp
Share on telegram