पोर्ट लुइस: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज (बुधवार) मॉरीशस के राष्ट्रीय दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। इस महत्वपूर्ण आयोजन में भारतीय सेना की एक टुकड़ी, भारतीय नौसेना का एक वॉरशिप और भारतीय वायुसेना की आकाश गंगा स्काई डाइविंग टीम भी भाग ले रही है। यह कार्यक्रम भारत और मॉरीशस के मजबूत ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों को और प्रगाढ़ करेगा।
मॉरीशस का राष्ट्रीय दिवस और ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
- 12 मार्च 1968 को मॉरीशस को ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता मिली थी। यह आज़ादी भारतीय मूल के नेता सर शिवसागर रामगुलाम की अगुआई में हासिल हुई थी।
- 1992 में, यह राष्ट्रमंडल के तहत एक गणतंत्र बन गया, जिसके बाद मॉरीशस ने खुद को एक संप्रभु लोकतांत्रिक राष्ट्र के रूप में स्थापित किया।
- मॉरीशस और भारत के बीच ऐतिहासिक रूप से घनिष्ठ संबंध रहे हैं, क्योंकि मॉरीशस की बड़ी आबादी भारतीय मूल की है।



पीएम मोदी को मिलेगा मॉरीशस का सर्वोच्च सम्मान
- मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ ने घोषणा की है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मॉरीशस के सर्वोच्च नागरिक सम्मान “द ग्रैंड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार एंड की ऑफ द इंडियन ओशन” से सम्मानित किया जाएगा।
- यह सम्मान मॉरीशस सरकार द्वारा प्रधानमंत्री मोदी को दिया जाने वाला सर्वोच्च पदक है।
- यह सम्मान प्रधानमंत्री मोदी को किसी देश द्वारा दिया गया 21वां अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार होगा।
- इस सम्मान को पाने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले भारतीय बन जाएंगे।
भारत और मॉरीशस के मजबूत संबंध
- मॉरीशस और भारत के बीच ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और आर्थिक रूप से गहरे संबंध हैं।
- भारत मॉरीशस का सबसे बड़ा विकास साझेदार है और दोनों देशों के बीच विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग है, जिसमें इंफ्रास्ट्रक्चर, टेक्नोलॉजी, शिक्षा और सुरक्षा शामिल हैं।
- भारत ने मॉरीशस में मेट्रो प्रोजेक्ट, स्मार्ट सिटी और स्वास्थ्य क्षेत्र में निवेश किया है।
- मॉरीशस हिंद महासागर में भारत के लिए एक रणनीतिक साझेदार भी है।
भारतीय दल की भागीदारी
इस समारोह में भारत की तीनों सेनाओं की टुकड़ियां भी हिस्सा ले रही हैं:
- भारतीय सेना: भारतीय सेना की एक टुकड़ी राष्ट्रीय परेड में हिस्सा लेगी।
- भारतीय नौसेना: भारतीय नौसेना का एक युद्धपोत (वॉरशिप) इस कार्यक्रम के लिए मॉरीशस पहुंचा है।
- भारतीय वायुसेना: वायुसेना की “आकाश गंगा” स्काई डाइविंग टीम इस समारोह में अपने अद्भुत कौशल का प्रदर्शन करेगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मॉरीशस यात्रा भारत और मॉरीशस के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करेगी। उनके मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने से दोनों देशों के बीच राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक साझेदारी को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में मदद मिलेगी। साथ ही, पीएम मोदी को मॉरीशस का सर्वोच्च सम्मान दिया जाना भारत के लिए गर्व की बात है।
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