- राज्यपाल के अभिभाषण के साथ विस का बजट सत्र आरंभ
भोपाल । मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल के अभिभाषण के साथ आज 16वीं राज्य विधानसभा का बजट सत्र प्रारंभ हो गया। श्री पटेल ने अपने अभिभाषण में राज्य सरकार के एक वर्ष से अधिक कार्यकाल की उपलब्धियां गिनाते हुए भविष्य की योजनाओं का खाका पेश किया। उन्होंने यह भी कहा कि जनकल्याण की कोई भी योजना हमारी सरकार द्वारा बंद नहीं की जाएगी। श्री पटेल ने एक वर्ष के दौरान नदी जोड़ो परियोजनाओं की शुरूआत के साथ ही राज्य में देश विदेश के उद्योगपतियों से निवेश आमंत्रित करने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि राज्य में इस अवधि में 30 लाख करोड़ रुपयों से अधिक के निवेश प्रस्ताव आए हैं और इन्हें जमीन पर आकार देने के प्रयास प्रारंभ कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि देश में ही ई-सम्मन व्यवस्था लागू करने वाला मध्य प्रदेश पहले प्रदेश बन गया है।
पार्वती-काली सिंध परियोजना से प्रदेश की तस्वीर बदलेगी
राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने अपने अभिभाषण में कहा कि पार्वती-काली सिंध परियोजना मध्यप्रदेश की तस्वीर को बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के तहत गरीब, युवा, किसान और महिला वर्ग के विकास के लिए राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों का उल्लेख करते हुए कहा कि युवाओं के लिए स्वामी विवेकानंद सशक्तिकरण मिशन स्थापित किया गया है। किसानों की आय में सुधार और उनके भविष्य को बेहतर बनाने के लिए किसान कल्याण मिशन की शुरुआत की गई है।
11 और 13 मार्च को अभिभाषण पर चर्चा
भाजपा विधायक अर्चना चिटनीस ने राज्यपाल के अभिभाषण पर कृतज्ञता प्रस्ताव प्रस्तुत किया। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने बताया कि 11 और 13 मार्च को राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा होगी।
भारत के चैंपियन ट्रॉफी जीतने पर बधाई दी
राज्यपाल पटेल का अभिभाषण खत्म होने के बाद विधानसभा की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई। नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने चैंपियंस ट्रॉफी में भारतीय क्रिकेट टीम के जीतने पर बधाई दी। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने भी भारत के प्रदर्शन पर खुशी जताई। सत्र के लिए विधायकों ने 2939 सवाल लगाए हैं। विधानसभा सचिवालय को 1785 सवाल ऑनलाइन मिले हैं जबकि 1154 प्रश्न ऑफलाइन लगाए गए हैं।
किसानों को 20 लाख सोलर पंप वितरित करेंगे
राज्यपाल ने यह भी कहा कि अगले 3 वर्षों में किसानों को 20 लाख सोलर पंप वितरित किए जाएंगे। इसके अलावा, किसानों को अब ₹5 में स्थायी बिजली कनेक्शन मिलेगा, जिससे उनकी सिंचाई की सुविधाएं बेहतर होंगी। नर्मदा घाटी विकास योजना और जल संसाधन विभाग की सहायता से राज्य की सिंचाई क्षमता अगले 3 वर्षों में 50 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 100 लाख हेक्टेयर हो जाएगी।
21 मिनट का अभिभाषण
सोमवार को अपराह्न 11 बजकर 12 मिनट पर शुरू हुए अपने 21 मिनट के अभिभाषण में राज्यपाल ने यह भी बताया कि मध्यप्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 11 लाख 89 हजार आवास बनाए जाने का लक्ष्य है, जिसमें राज्य देश में पहले स्थान पर है। वहीं, पीएम आवास योजना के शहरी चरण के पहले चरण में 8 लाख 33 हजार आवासों का निर्माण हुआ है, जिससे मध्यप्रदेश देश में दूसरे स्थान पर है।
