भोपाल, 17 फरवरी । केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) की 10वीं और 12वीं कक्षा की परीक्षाएं शनिवार, यानी आज से पूरे देश में शुरू हो गई हैं। मध्यप्रदेश में यह परीक्षा 493 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की जा रही है, जबकि राजधानी भोपाल में 36 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। भोपाल के इन केंद्रों पर कुल 110 स्कूलों के विद्यार्थी परीक्षा में सम्मिलित हो रहे हैं।
प्रदेशभर में लाखों विद्यार्थी दे रहे परीक्षा
मध्यप्रदेश में इस बार कुल 1.17 लाख छात्र 10वीं की परीक्षा दे रहे हैं, जबकि 12वीं कक्षा में करीब 78 हजार विद्यार्थी शामिल हो रहे हैं। भोपाल में परीक्षा केंद्रों पर विद्यार्थियों की भारी संख्या देखी गई, और परीक्षा के पहले दिन विद्यार्थियों को सुबह से ही केंद्रों पर पहुंचते देखा गया।
10वीं बोर्ड का पहला पेपर इंग्लिश का
सीबीएसई 10वीं कक्षा की परीक्षा का पहला पेपर इंग्लिश का था। परीक्षा का समय सुबह 10:30 बजे से दोपहर 1:30 बजे तक निर्धारित किया गया था।
विद्यार्थियों को परीक्षा केंद्र में प्रवेश के लिए सुबह 10 बजे तक पहुंचने की अनिवार्यता थी। 10 बजे के बाद किसी भी छात्र को परीक्षा केंद्र में प्रवेश नहीं दिया गया।
कड़े दिशा-निर्देश लागू
सीबीएसई बोर्ड परीक्षा के लिए इस बार सख्त दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं, जिससे परीक्षा को नकल मुक्त और निष्पक्ष बनाया जा सके।
1. स्कूल यूनिफॉर्म अनिवार्य
विद्यार्थियों को परीक्षा केंद्र में अपने स्कूल की निर्धारित यूनिफॉर्म में आना अनिवार्य किया गया था।
2. एडमिट कार्ड और आईडी कार्ड अनिवार्य
विद्यार्थियों को परीक्षा में शामिल होने के लिए स्कूल आईडी कार्ड और एडमिट कार्ड अनिवार्य रूप से लाना था।
3. इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस पर प्रतिबंध
- मोबाइल फोन, स्मार्ट वॉच और अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस परीक्षा केंद्र में ले जाना प्रतिबंधित किया गया था।
- यदि कोई विद्यार्थी परीक्षा केंद्र में इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस लाता पाया जाता है, तो उसकी परीक्षा रद्द की जा सकती है।
4. पारदर्शी पाउच और पानी की बोतल की अनुमति
- विद्यार्थियों को पेन, पेंसिल, रबर आदि केवल पारदर्शी पाउच में रखने की अनुमति दी गई थी।
- पानी की बोतल भी पारदर्शी होनी अनिवार्य थी।
5. परीक्षा केंद्र में कागज या प्रिंटेड सामग्री ले जाना वर्जित
कोई भी विद्यार्थी परीक्षा केंद्र में कागज, पर्ची या प्रिंटेड सामग्री नहीं ले जा सकता था। यदि कोई छात्र ऐसा करते हुए पकड़ा जाता है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सकती है।
नकल रोकने के लिए सख्त प्रबंधन
सीबीएसई बोर्ड ने परीक्षा को नकल मुक्त और निष्पक्ष बनाने के लिए कड़े सुरक्षा इंतजाम किए हैं।
- सभी परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जिससे निगरानी रखी जा सके।
- परीक्षा केंद्रों पर उड़नदस्ते (फ्लाइंग स्क्वॉड) की टीम लगातार निरीक्षण कर रही है।
- परीक्षा को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए प्रशासनिक अधिकारी भी निगरानी में लगे हुए हैं।
- विद्यार्थियों और अभिभावकों को परीक्षा के नियमों का पालन करने की कड़ी हिदायत दी गई है ताकि किसी भी प्रकार की समस्या न हो।
विद्यार्थियों का उत्साह और चुनौतियां
परीक्षा केंद्रों पर पहुंचे कई विद्यार्थियों ने बताया कि वे परीक्षा को लेकर उत्साहित और आत्मविश्वास से भरे हुए हैं। कुछ छात्रों ने कहा कि परीक्षा के पहले दिन हल्की घबराहट थी, लेकिन अच्छी तैयारी होने के कारण वे बेहतर प्रदर्शन करने के लिए तैयार थे।
अभिभावकों ने भी इस परीक्षा को लेकर मिलीजुली प्रतिक्रियाएं दीं। कुछ माता-पिता ने परीक्षा केंद्रों पर सख्ती को सकारात्मक कदम बताया, वहीं कुछ ने कहा कि सख्त नियमों के कारण विद्यार्थियों को अतिरिक्त दबाव महसूस हो सकता है।
भोपाल में परीक्षा का सुचारू संचालन
भोपाल में परीक्षा के पहले दिन कोई बड़ी समस्या नहीं आई। परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा और प्रबंधन के पुख्ता इंतजाम किए गए थे, जिससे परीक्षा शांति और सुव्यवस्थित तरीके से संपन्न हुई।
सीबीएसई बोर्ड परीक्षा का महत्व
सीबीएसई बोर्ड परीक्षा को भारतीय शिक्षा प्रणाली में सबसे महत्वपूर्ण परीक्षाओं में से एक माना जाता है। इस परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर विद्यार्थियों का आगे का शैक्षणिक करियर तय होता है।
अगले कुछ हफ्तों तक यह परीक्षा विभिन्न विषयों के लिए आयोजित की जाएगी और सीबीएसई जल्द ही परीक्षा के अन्य अपडेट जारी करेगा।