भोपाल: मध्यप्रदेश में ठंड का असर एक बार फिर तेज हो गया है। उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ (वेस्टर्न डिस्टरबेंस) सक्रिय होने के कारण प्रदेश में ठंडी हवाएँ चल रही हैं, जिससे न्यूनतम और अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। मौसम विभाग के अनुसार, आगामी दिनों में तापमान में और भी बदलाव हो सकते हैं।
ठंडी हवाओं से तापमान में गिरावट
प्रदेश में गुरुवार रात से ही ठंडी हवाओं का असर देखा गया, जिसके चलते कई जिलों में तापमान गिरा है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, हवा की गति 12 से 15 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच गई, जिससे रात का तापमान और अधिक गिर गया।
- न्यूनतम तापमान: 7 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया।
- अधिकतम तापमान: दिन में 23 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया।
- तापमान में गिरावट: अधिकतम तापमान 6.2 डिग्री तक गिर गया।
भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर और ग्वालियर सहित अन्य जिलों में भी तापमान में गिरावट देखी गई है।
फरवरी में बना रहेगा उतार-चढ़ाव
मौसम वैज्ञानिक प्रमेंद्र कुमार रैकवार ने बताया कि पूरे फरवरी महीने में तापमान में उतार-चढ़ाव जारी रहेगा। इसका मुख्य कारण जम्मू-कश्मीर के ऊपर सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ है, जिससे ठंडी हवाएँ प्रदेश में पहुंच रही हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि शुक्रवार से तापमान में फिर गिरावट हो सकती है, जिससे रात के तापमान में 2 से 3 डिग्री तक की कमी आने की संभावना है। हालांकि, अगले कुछ दिनों में दिन के तापमान में हल्की बढ़ोतरी दर्ज की जा सकती है।
बारिश के आसार नहीं
फिलहाल प्रदेश में बारिश होने की संभावना नहीं है, लेकिन आने वाले दिनों में नए पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से मौसम में बदलाव देखने को मिल सकता है।
जनता को दी गई सावधानियाँ
मौसम विभाग ने लोगों को ठंड से बचने के लिए एहतियात बरतने की सलाह दी है। बुजुर्गों और बच्चों को विशेष रूप से ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े पहनने और ठंडी हवाओं से बचने की सलाह दी गई है।
मौसम में हो रहे इन बदलावों के चलते लोगों को सुबह और रात के समय अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है।