चंडीगढ़: हरियाणा के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री विपुल गोयल ने दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बयान को लेकर कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि दिल्ली को सप्लाई किए जाने वाले पानी पर दिए गए केजरीवाल के बयान का हरियाणा सरकार ने संज्ञान लिया है और इसके तहत सोनीपत की अदालत में उनके खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत परिवाद दायर किया गया है।
केजरीवाल के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया
मंत्री विपुल गोयल ने बुधवार को चंडीगढ़ स्थित सचिवालय में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि अरविंद केजरीवाल का बयान न केवल बेतुका और भ्रमित करने वाला है, बल्कि यह जनता के बीच भय और अशांति फैलाने वाला भी है। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनावी लाभ उठाने के उद्देश्य से केजरीवाल इस प्रकार की गैर-जिम्मेदाराना राजनीति कर रहे हैं।
चुनाव आयोग से सख्त कार्रवाई की मांग
विपुल गोयल ने कहा कि केजरीवाल द्वारा हरियाणा सरकार पर पानी को लेकर लगाए गए निराधार आरोपों पर चुनाव आयोग को भी संज्ञान लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार कानूनी प्रक्रिया के तहत इस मामले में कार्रवाई कर रही है और यह सुनिश्चित करेगी कि इस तरह की अफवाहें फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएं।
दिल्ली को सप्लाई किया जाने वाला पानी सुरक्षित
मंत्री ने स्पष्ट किया कि दिल्ली को सप्लाई किया जाने वाला पानी न केवल सुरक्षित है, बल्कि वही पानी राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और केंद्रीय मंत्री भी पीते हैं। उन्होंने कहा कि इस पानी को लेकर केजरीवाल ने झूठा प्रचार किया है और जनता को गुमराह करने की कोशिश की है।
दिल्ली सरकार की यमुना सफाई में विफलता
हरियाणा के मंत्री ने दिल्ली सरकार पर यमुना नदी की सफाई को लेकर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार के 37 सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट में से केवल 17 ही सही से कार्य कर रहे हैं, जबकि बाकी बंद पड़े हैं। उन्होंने कहा कि यह दिल्ली सरकार की अक्षमता और लापरवाही को दर्शाता है, जिसके कारण यमुना नदी की स्थिति बद से बदतर हो रही है।
हरियाणा की जनता का अपमान
विपुल गोयल ने कहा कि अरविंद केजरीवाल के बयान से हरियाणा की जनता की धार्मिक आस्थाओं को ठेस पहुंची है। उन्होंने कहा कि हरियाणा की जनता यमुना को आराध्य मानती है और इस प्रकार का मिथ्या प्रचार केवल हरियाणा के लोगों का अपमान ही नहीं बल्कि दिल्ली की जनता को गुमराह करने की साजिश भी है।
केजरीवाल के झूठे दावों पर सवाल
मंत्री ने केजरीवाल के इस दावे को भी खारिज किया कि उन्होंने दिल्ली में कथित ‘जहरीले पानी’ को प्रवेश करने से रोक दिया है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल के पास इस दावे का कोई ठोस सबूत नहीं है। उन्होंने कहा कि अपनी विफलताओं को छुपाने के लिए अरविंद केजरीवाल अक्सर झूठे बयान देते हैं और यह उनकी पुरानी आदत है।
हरियाणा सरकार की कानूनी कार्रवाई
हरियाणा सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी है। मंत्री ने कहा कि आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत दायर परिवाद में यह सुनिश्चित किया जाएगा कि इस प्रकार के गलत बयानों और अफवाहों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई हो।
इस पूरे घटनाक्रम से स्पष्ट है कि पानी को लेकर दिल्ली और हरियाणा सरकारों के बीच विवाद गहराता जा रहा है। जहां हरियाणा सरकार अपने स्तर पर कानूनी कार्रवाई कर रही है, वहीं चुनाव आयोग से भी इस मामले में दखल देने की मांग उठाई जा रही है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इस विवाद पर आगे क्या कदम उठाए जाते हैं और अदालत में दायर परिवाद पर क्या निर्णय आता है।