महाकुंभ में स्नान को मोक्ष प्राप्ति का मार्ग माना गया है। लेकिन, स्नान के बाद कुछ मंदिरों के दर्शन से ही तीर्थयात्रा पूरी मानी जाती है।
निष्कर्ष और आशीर्वाद