Trending News

February 5, 2025 4:08 PM

महाराष्ट्र में एचएमपीवी वायरस के दो नए मामले, भारत में बढ़ रही चिंता

महाराष्ट्र में एचएमपीवी वायरस के दो नए मामले, भारत में बढ़ी चिंता

नई दिल्ली। चीन में फैल रहे ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) ने अब भारत में भी दस्तक दे दी है। कर्नाटक, गुजरात और तमिलनाडु के बाद अब महाराष्ट्र में भी एचएमपीवी वायरस का मामला सामने आया है। नागपुर में दो बच्चों में इस वायरस का संक्रमण पाया गया है, जिससे स्वास्थ्य विभाग में चिंता बढ़ गई है। इन बच्चों की उम्र सात और 13 साल बताई जा रही है।

महाराष्ट्र में एचएमपीवी के संदिग्ध मामले

नागपुर में निजी अस्पताल में इन दोनों बच्चों के एचएमपीवी संक्रमण की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। स्वास्थ्य उप निदेशक शशिकांत शंभरकर ने बताया कि इन बच्चों को इलाज के बाद घर भेज दिया गया है। साथ ही, उनके सैंपल नागपुर के एम्स (अखिल भारतीय आयु चिकित्सा संस्थान) में जांच के लिए भेजे गए हैं। इस वायरस के संदिग्ध मामलों का पता राष्ट्रीय श्वसन निगरानी नेटवर्क (NRSN) के तहत चलाए जा रहे निगरानी प्रयासों के दौरान चला।

भारत में पहले ही तीन मामले सामने आ चुके हैं

भारत में एचएमपीवी वायरस के अब तक तीन मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें से दो मामले बंगलूरू और एक मामला अहमदाबाद से सामने आया था। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने इन मामलों की पुष्टि की है। इसके अलावा, तमिलनाडु में भी दो संदिग्ध मामलों की सूचना मिली है। इन सभी मामलों में, वायरस की पहचान श्वसन संबंधी बीमारियों की निगरानी के तहत की गई है।

एचएमपीवी वायरस की प्रकृति और फैलने का तरीका

एचएमपीवी (Human Metapneumovirus) एक वायरस है जो श्वसन प्रणाली को प्रभावित करता है और हवा के माध्यम से फैलता है। यह वायरस सर्दियों और मौसम बदलने के शुरुआती महीनों में तेजी से फैलता है, और यह सभी आयु वर्ग के लोगों को प्रभावित कर सकता है। यह वायरस सांस के जरिए और संक्रमित व्यक्ति के सांस के कणों के संपर्क में आने से फैलता है।

2001 में इस वायरस की पहचान हुई थी, लेकिन तब से यह वायरस दुनियाभर में फैला हुआ है। हालांकि, जेपी नड्डा के मुताबिक, यह कोई नया वायरस नहीं है, और स्वास्थ्य मंत्रालय, ICMR और राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (NCDC) इस वायरस पर कड़ी नजर बनाए हुए हैं।

जेपी नड्डा का बयान

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने सोमवार को कहा, “हम इस वायरस के फैलने की स्थिति पर लगातार नजर रख रहे हैं। पड़ोसी देशों में भी हम एचएमपीवी के मामलों पर नजर रख रहे हैं और सभी आवश्यक कदम उठा रहे हैं।” उन्होंने स्पष्ट किया कि यह वायरस पहले से ही पूरी दुनिया में फैल चुका है, और सरकार सभी पहलुओं पर निगरानी रखे हुए है।

स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी कहा कि एचएमपीवी वायरस से कहीं ज्यादा भयभीत होने की जरूरत नहीं है क्योंकि यह कोई नया वायरस नहीं है। उन्होंने बताया कि यह वायरस सांस से संबंधित बीमारियों के रूप में फैलता है और इसे रोकने के लिए विश्वभर में पहले से कई उपाय किए जा रहे हैं।

भविष्य में क्या कदम उठाए जाएंगे?

भारत सरकार ने एचएमपीवी संक्रमण की स्थिति को देखते हुए आईसीएमआर, एनसीडीसी और स्वास्थ्य मंत्रालय के अन्य संगठनों से रिपोर्ट मांगी है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि संक्रमित मामलों का अधिक शोध किया जा रहा है, और नागरिकों को इससे बचाव के लिए जागरूक किया जा रहा है। फिलहाल, एचएमपीवी को लेकर कोई नया सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट उत्पन्न नहीं हुआ है, लेकिन सरकार स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए है।

भारत में इस वायरस के मामलों की संख्या बढ़ने की संभावना है, लेकिन इस पर नियंत्रण पाने के लिए सभी जरूरी उपाय किए जा रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने देशवासियों से अपील की है कि वे वायरस के प्रसार को रोकने के लिए उचित उपायों का पालन करें और लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

Share on facebook
Share on twitter
Share on linkedin
Share on whatsapp
Share on telegram
Share on pocket