मेलबर्न टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 184 रन से हराया: सीरीज में 2-1 से आगे, जायसवाल का संघर्ष
ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच चल रही बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के चौथे टेस्ट मैच में भारत को मेलबर्न में 184 रन से हार का सामना करना पड़ा। इसके साथ ही भारतीय टीम अब पांच मैचों की सीरीज में 1-2 से पिछड़ गई है। इस हार के बाद भारत को आखिरी मुकाबला सिडनी में 3 जनवरी से खेलना होगा, जहां टीम के लिए सीरीज को बराबरी पर लाने की आखिरी उम्मीदें बाकी हैं।
ऑस्ट्रेलिया ने भारत को दिया 340 रन का लक्ष्य
मेलबर्न में सोमवार को ऑस्ट्रेलिया ने भारत को जीत के लिए 340 रन का लक्ष्य दिया था। भारतीय टीम की कोशिश थी कि वह इस लक्ष्य को हासिल कर सके या कम से कम मैच ड्रॉ करा सके, लेकिन भारत अपनी आखिरी पारी में सिर्फ 155 रन ही बना सका।
जब भारतीय टीम ने अपनी पारी की शुरुआत की, तब एक समय ऐसा था जब टीम ने केवल 3 विकेट खोकर 120 रन बना लिए थे और एक सेशन बाकी था। इस स्थिति में मुकाबला ड्रॉ की ओर बढ़ता दिखाई दे रहा था, लेकिन भारत इस लम्हे का फायदा नहीं उठा सका।
भारत की हार के प्रमुख कारण
भारत की हार के दो मुख्य कारण थे:
1. ऋषभ पंत का आउट होना
ऋषभ पंत (30 रन) का विकेट 5वें दिन के आखिरी सत्र में गिरा, जब भारत की स्थिति कुछ बेहतर होती दिख रही थी। पंत के आउट होने के बाद भारतीय टीम ने 34 रन बनाने में आखिरी 7 विकेट खो दिए। यह गिरावट पूरी तरह से भारत के हाथ से मैच को ड्रॉ करने की उम्मीदों को समाप्त कर गई।
2. यशस्वी जायसवाल का विवादित आउट होना
भारतीय टीम के युवा बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल (84 रन) को 71वें ओवर में एक विवादित निर्णय के कारण आउट करार दिया गया। फिल्ड अंपायर ने उन्हें नॉटआउट दिया था, लेकिन थर्ड अंपायर के फैसले के बाद उन्हें आउट दे दिया गया। जब जायसवाल का विकेट गिरा, तब भारत को मैच ड्रॉ कराने के लिए 22 ओवर और 3 विकेट बाकी थे। इस निर्णय ने भारतीय टीम के मनोबल को तोड़ा और इसके बाद टीम के बाकी बल्लेबाजों (लोअर ऑर्डर) का संघर्ष कमजोर पड़ गया।
जायसवाल के आउट होने के बाद भारत का लोअर ऑर्डर पूरी तरह से बिखर गया, और जल्द ही टीम के आखिरी तीन बल्लेबाज पवेलियन लौट गए।
भारत की हार और सीरीज की स्थिति
इस हार के साथ ही ऑस्ट्रेलिया ने सीरीज में 2-1 की बढ़त ले ली है। भारतीय टीम के पास अब केवल एक अंतिम अवसर बचा है, जब वह 3 जनवरी से सिडनी में आखिरी टेस्ट मैच खेलेगी। भारत के लिए यह मैच बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि अगर टीम यह मैच हार जाती है तो सीरीज पर ऑस्ट्रेलिया का कब्जा हो जाएगा।
सीरीज की भविष्यवाणी
अगला मुकाबला सिडनी में खेला जाएगा, जहां भारत की उम्मीदें पूरी तरह से उस टेस्ट मैच पर टिकी हैं। भारत को इस मैच में अपनी प्रारंभिक बल्लेबाजी और बोलिंग में सुधार करना होगा। अगर टीम ने सिडनी टेस्ट में अच्छा प्रदर्शन किया, तो वह सीरीज को बराबरी पर ला सकती है। दूसरी ओर, ऑस्ट्रेलिया के पास सीरीज जीतने का मौका होगा, और उनका मनोबल इस जीत के बाद काफी बढ़ा हुआ है।
मेलबर्न टेस्ट में भारत को हार का सामना करना पड़ा, लेकिन मैच के अंत में जो घटनाएं घटीं, उनसे यह साफ है कि यह मुकाबला सिर्फ तकनीकी खामियों के कारण नहीं हार गया, बल्कि मानसिक दबाव और कुछ विवादित फैसलों ने भी भारत की हार में अहम भूमिका निभाई। अब भारतीय टीम के पास एक आखिरी मौका है, और अगर वह अगले मैच में अपनी रणनीतियों को सही तरीके से लागू करती है, तो सीरीज में वापसी कर सकती है।