Trending News

February 5, 2025 9:34 PM

मनु भाकर का चौंकाने वाला बयान: खेल रत्न पुरस्कार के लिए चयन नहीं होने पर कहा- ‘शायद फॉर्म भरते समय मुझसे कोई चूक हुई’

मनु भाकर, खेल रत्न पुरस्कार चयन, निशानेबाज, पेरिस ओलिंपिक, कांस्य पदक, खेल मंत्री, मंत्रालय, राम किशन, नामांकन, पुरस्कार विवाद, एथलीट प्रतिक्रिया, भारत, पुरस्कार चर्चा, सोशल मीडिया बयान, खेल जगत

नई दिल्ली: पेरिस ओलिंपिक में दो कांस्य पदक जीतने वाली भारत की स्टार निशानेबाज मनु भाकर का मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवॉर्ड के लिए चयन न होने का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। इस पुरस्कार के लिए उनका नाम न चुने जाने पर उन्होंने चौंकाने वाला बयान दिया है। मनु भाकर ने इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया सोशल मीडिया पर दी और कहा कि शायद फॉर्म भरते समय उनकी ओर से कोई चूक हुई है।

मनु भाकर ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा, “सबसे प्रतिष्ठित खेल रत्न पुरस्कार के लिए मेरे नामांकन के संबंध में चल रहे मुद्दे के बारे में मैं यह कहना चाहूंगी कि एक एथलीट के रूप में मेरी भूमिका अपने देश के लिए खेलना और प्रदर्शन करना है। मुझे लगता है कि नामांकन भरते समय शायद मेरी ओर से कोई चूक हुई है, जिसे अब ठीक किया जा रहा है।” मनु ने यह भी कहा कि वह इस मुद्दे को सही करने की कोशिश कर रही हैं और इस सब के बीच वह अपनी भूमिका को समझती हैं, जो सिर्फ खेल में अपना सर्वोत्तम प्रदर्शन करना है।

मंत्री ने किया संकेत, हो सकता है नाम शामिल

खेल मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि अभी तक खेल रत्न अवॉर्ड की अंतिम सूची तय नहीं हुई है। खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि एक या दो दिन में इस पर अंतिम फैसला लिया जाएगा। मंत्रालय का यह भी कहना था कि मनु भाकर का नाम अंतिम सूची में होने की पूरी संभावना है।

पिता का कड़ा बयान: ‘मुझे पछतावा है कि मनु को निशानेबाज बनाया’

मनु भाकर के खेल रत्न पुरस्कार के लिए नामांकन से जुड़ी इस समस्या को लेकर उनके पिता राम किशन ने भी एक कड़ा बयान दिया। उन्होंने यह आरोप लगाया कि मनु ने पुरस्कार के लिए अपना नाम ऑनलाइन पोर्टल पर जमा किया था, लेकिन फिर भी 30 नामों की शॉर्टलिस्ट में उनका नाम नहीं आ सका।

राम किशन ने कहा, “मुझे उन्हें निशानेबाजी के खेल में जाने के लिए प्रेरित करने का पछतावा है। मुझे इसके बजाय मनु को क्रिकेटर बनाना चाहिए था, तब सभी पुरस्कार और प्रशंसा उन्हें मिल जाती।” यह बयान तब सामने आया जब मनु का नाम खेल रत्न के लिए नहीं चुने जाने पर उनके पिता की निराशा स्पष्ट रूप से देखी गई।

नामांकन में विवाद

इस पूरे विवाद में मंत्रालय का दावा है कि मनु भाकर ने पुरस्कार के लिए अपना नाम नहीं सौंपा था, जबकि मनु और उनके पिता ने इसका खंडन किया है। मनु का कहना है कि वह फॉर्म भरते समय कोई चूक कर सकती हैं, लेकिन उनका नाम सही तरीके से नामांकित किया गया था।

पेरिस ओलिंपिक में शानदार प्रदर्शन

मनु भाकर ने 2024 के पेरिस ओलिंपिक में अपने शानदार प्रदर्शन से दुनिया को चौंका दिया था, जहां उन्होंने दो कांस्य पदक जीते थे। उनकी इस उपलब्धि के बावजूद, खेल रत्न पुरस्कार के लिए उनका नाम न चुने जाने से उनके समर्थकों में आक्रोश और निराशा है।

Share on facebook
Share on twitter
Share on linkedin
Share on whatsapp
Share on telegram
Share on pocket