मुंबई।
महत्वाकांक्षी फिल्म “लापता लेडीज” को लेकर एक बड़ा अपडेट सामने आया है। फिल्म को ऑस्कर की रेस से बाहर कर दिया गया है, जिससे पूरी टीम को गहरी निराशा हुई है। हालांकि, टीम ने इस फैसले को स्वीकार करते हुए यह स्पष्ट किया है कि यह फिल्म की यात्रा का अंत नहीं है और उनका सफर अभी भी जारी रहेगा।
फिल्म की टीम का बयान
फिल्म के निर्माता और निर्देशक ने एक संयुक्त बयान जारी किया, जिसमें उन्होंने इस असफलता के बावजूद अपनी उम्मीदें और आत्मविश्वास बनाए रखने की बात की। उन्होंने कहा, “हम जानते हैं कि इस फिल्म ने दुनिया भर में लोगों का ध्यान आकर्षित किया है, और हमें गर्व है कि यह फिल्म ऑस्कर की रेस में शामिल हुई थी। हालांकि, हम बाहर हो गए हैं, लेकिन यह सफर यहीं खत्म नहीं हुआ। हम अपने प्रयासों को जारी रखेंगे और नए सपनों के साथ आगे बढ़ेंगे।”
टीम के सदस्य, जो इस फिल्म में अपने शानदार अभिनय के लिए पहचाने गए हैं, उन्होंने भी इस फैसले को लेकर निराशा जताई, लेकिन उन्होंने कहा कि यह उनके और उनकी कला के लिए एक नई शुरुआत का प्रतीक है।
फिल्म के संदेश पर जोर
निर्माता ने फिल्म के उद्देश्य पर भी जोर दिया, जो समाज में महिलाओं के अधिकारों और समानता को बढ़ावा देने के लिए थी। उन्होंने कहा, “हमारी फिल्म का संदेश आज भी प्रासंगिक है और हम इसे आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। ऑस्कर की रेस से बाहर होने के बाद भी हम अपने उद्देश्य को लेकर सकारात्मक हैं और हमारी टीम का संघर्ष जारी रहेगा।”
समीक्षकों का विचार
“लापता लेडीज” ने फिल्म समीक्षकों से बहुत सराहना प्राप्त की थी। कई ने इसकी कहानी और अभिनेताओं की अदाकारी की तारीफ की थी। फिल्म में महिलाओं के संघर्ष, स्वतंत्रता और उनके अधिकारों की कथा को बहुत ही सशक्त तरीके से प्रस्तुत किया गया था, जो समाज के एक महत्वपूर्ण पहलू को उजागर करता है। इसने भारतीय सिनेमा में एक नई पहचान बनाई थी, और इसके ऑस्कर की रेस में शामिल होने से यह और भी प्रसिद्ध हो गई थी।
आगे की योजना
फिल्म की टीम ने आगे की योजना के बारे में बताया कि वे अब फिल्म के अंतरराष्ट्रीय वितरण और विभिन्न फिल्म फेस्टिवल्स में इसे प्रदर्शित करने की दिशा में काम करेंगे। टीम के अनुसार, “हमारी फिल्म ने जो प्रभाव छोड़ा है, वह किसी पुरस्कार से कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण है। हम इसे वैश्विक मंच पर लाने के लिए काम करेंगे।”
यहां तक कि फिल्म के कई प्रमुख कलाकारों ने भी दर्शकों से फिल्म को उनके स्थानीय सिनेमाघरों में देखने का आग्रह किया है, ताकि इसका संदेश और प्रभाव फैल सके।
निष्कर्ष
फिल्म “लापता लेडीज” भले ही ऑस्कर की रेस से बाहर हो गई हो, लेकिन इसके द्वारा दिया गया संदेश और संघर्ष अब भी जीवित रहेगा। फिल्म की टीम ने निराश होते हुए भी अपनी उम्मीदें कायम रखी हैं और भविष्य में नए अवसरों और चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार हैं।