• इजराइली लड़ाकू विमानों ने ईरान के कई संवेदनशील परमाणु और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया
  • ईरान ने शनिवार तड़के इजराइल पर करीब 150 बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं

तेहरान/तेल अवीव। पश्चिम एशिया एक बार फिर तबाही के मुहाने पर है। इजराइल और ईरान के बीच बीते 24 घंटों में टकराव ने युद्ध का रूप ले लिया। शुक्रवार देर रात इजराइली लड़ाकू विमानों ने ईरान के कई संवेदनशील परमाणु और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया। इसके जवाब में ईरान ने शनिवार तड़के इजराइल पर करीब 150 बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं। इस भीषण संघर्ष में अब तक 80 से अधिक जानें जा चुकी हैं, जबकि सैकड़ों घायल बताए जा रहे हैं।

इजराइल का निशाना: परमाणु वैज्ञानिकों और मिलिट्री कमांडरों की मौत

इजराइली एयरस्ट्राइक शुक्रवार सुबह 5:30 बजे शुरू हुई थी और रात में दोबारा की गई। इन हमलों में ईरान के 6 वरिष्ठ परमाणु वैज्ञानिकों और 20 से अधिक सैन्य कमांडरों के मारे जाने की पुष्टि ईरानी सूत्रों ने की है। हमले का प्रमुख निशाना इस्फहान और फोर्डो स्थित परमाणु रिसर्च साइट्स और मिसाइल निर्माण इकाइयां रहीं।

ईरानी जवाबी हमला: राजधानी तेल अवीव तक पहुंचे मिसाइल

ईरान ने इस कार्रवाई के जवाब में 150 बैलिस्टिक मिसाइलें इजराइल की ओर दागीं। इनमें से कई मिसाइलें इजराइल के आयरन डोम सुरक्षा सिस्टम को चकमा देती हुई राजधानी तेल अवीव तक पहुंचीं। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 6 मिसाइलों ने शहर को सीधे निशाना बनाया, जिनमें 2 नागरिकों की जान चली गई और 90 से अधिक लोग घायल हो गए।

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नेतन्याहू को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया

ईरानी हमलों की आशंका के चलते इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को शुक्रवार रात ही सुरक्षा एजेंसियों ने अज्ञात स्थान पर शिफ्ट कर दिया था। इजराइल के रक्षा मंत्रालय और एयर फोर्स बेस को भी हमले का लक्ष्य बनाया गया था, हालांकि सरकार ने इस पर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।

हमास ने की ईरानी हमले की सराहना

फिलिस्तीनी संगठन हमास ने ईरान की ओर से किए गए हमलों की सराहना की है। हमास के वरिष्ठ नेता इज्जत अल-रिशेक ने कहा कि "ईरान ने इजराइल के हाई-टेक सुरक्षा ढांचे को ध्वस्त कर दिया। यह फिलिस्तीन की लड़ाई में एक निर्णायक मोड़ हो सकता है।"

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अमेरिका-ईरान न्यूक्लियर बातचीत रद्द

इजराइली हमले के बाद ईरान ने अमेरिका के साथ चल रही न्यूक्लियर डील की बातचीत को निरर्थक करार दिया है। रविवार को प्रस्तावित 6वें दौर की बातचीत को अब रद्द कर दिया गया है। तेहरान ने अमेरिका पर इजराइल के हमलों में परोक्ष समर्थन देने का आरोप लगाया है।

पश्चिम एशिया के लिए चेतावनी

विश्लेषकों के अनुसार, इजराइल और ईरान के बीच यह टकराव किसी पारंपरिक सैन्य विवाद से कहीं आगे बढ़ चुका है। परमाणु ठिकानों को निशाना बनाना, बैलिस्टिक मिसाइलों का इस्तेमाल और क्षेत्रीय गुटों की सक्रियता यह संकेत दे रही है कि अब स्थिति एक व्यापक क्षेत्रीय युद्ध की ओर बढ़ रही है।