चंडीगढ़।
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार द्वारा लिए गए सख्त फैसलों का असर अब जमीनी स्तर पर भी दिखाई देने लगा है। गुरुवार को अटारी-वाघा सीमा पर भारत में भ्रमण के लिए पहुंचे पाकिस्तानी नागरिकों को वीजा रद्द होने के कारण प्रवेश नहीं मिला। वहीं, भारत में पहले से मौजूद 42 पाकिस्तानी नागरिकों को अटारी बॉर्डर के जरिए पाकिस्तान वापस भेज दिया गया।
बॉर्डर पर उलझे हालात, लौटे पाकिस्तानी नागरिक
गुरुवार सुबह करीब 11 बजे 100 से ज्यादा पाकिस्तानी नागरिक पर्यटन के उद्देश्य से अटारी-वाघा सीमा पर पहुंचे। उन्हें उम्मीद थी कि सामान्य दिनों की तरह भारत में प्रवेश मिलेगा, लेकिन भारतीय अधिकारियों ने सरकार के नए फैसले की जानकारी देते हुए उन्हें बॉर्डर से लौटा दिया। इनमें से कई घंटों तक सीमा पर इंतज़ार करते रहे, लेकिन अंततः पाकिस्तानी रेंजर्स से संवाद के बाद उन्हें वापस जाना पड़ा।
अफगानिस्तान से व्यापार पर भी असर
भारत-पाकिस्तान के बीच औपचारिक व्यापार पहले ही बंद है, लेकिन अफगानिस्तान से पाकिस्तान होते हुए अटारी-वाघा बॉर्डर के रास्ते कुछ वस्तुएं जैसे कि तरबूज, ड्राई फ्रूट, सेंधा नमक और जीरा भारत में आती रही हैं। गुरुवार को भारत सरकार के निर्णय के बाद, इन मालवाहक ट्रकों को भी बॉर्डर पर रोक दिया गया।
करीब दो दर्जन ट्रकों में भरा माल अब सीमा पर ही अटका हुआ है और स्थिति स्पष्ट होने तक इन्हें भारत में प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई है।
नई वीजा नीति का सख्त पालन
भारत सरकार ने 27 अप्रैल से सभी पाकिस्तानी वीजा और 29 अप्रैल से मेडिकल वीजा रद्द करने की घोषणा की थी। इसके चलते देशभर में पाकिस्तानी नागरिकों को जल्द से जल्द भारत छोड़ने के निर्देश दिए गए हैं। यह निर्णय पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (CCS) की बैठक के बाद लिया गया था।
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