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January 15, 2025 8:17 AM

प्रधानमंत्री मोदी ने ‘मिशन मौसम’ का शुभारंभ, भारत को जलवायु-स्मार्ट राष्ट्र बनाने का लक्ष्य

धानमंत्री मोदी ने ‘मिशन मौसम’ का शुभारंभ,

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के 150वें स्थापना दिवस के अवसर पर ‘मिशन मौसम’ का शुभारंभ किया। यह मिशन भारत को जलवायु-स्मार्ट राष्ट्र बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। प्रधानमंत्री ने इस समारोह में भारतीय मौसम विभाग के विजन-2047 दस्तावेज को भी जारी किया और आईएमडी के 150 वर्ष पूरे होने के अवसर पर एक स्मारक सिक्का भी जारी किया।

मौसम विज्ञान में प्रगति की आवश्यकता

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ‘मिशन मौसम’ टिकाऊ भविष्य और जलवायु-स्मार्ट राष्ट्र बनाने के प्रति भारत की प्रतिबद्धता का प्रतीक है। उन्होंने इस मिशन को भारत की प्राकृतिक आपदाओं से निपटने की क्षमता को बढ़ाने और भविष्य के लिए तत्परता दिखाने के रूप में बताया। प्रधानमंत्री ने मौसम विज्ञान में प्रगति को महत्वपूर्ण बताते हुए वैज्ञानिकों से भूकंप के लिए चेतावनी प्रणाली विकसित करने का आग्रह किया।

उन्होंने कहा कि मौसम विज्ञान में प्रगति के कारण देश प्राकृतिक आपदाओं से होने वाले नुकसान को कम करने में सफल रहा है। इसके लिए उच्च-प्रदर्शन वाले कंप्यूटरों, रडार, उपग्रहों, और अत्याधुनिक मौसम निगरानी तकनीक का उपयोग किया जाएगा।

‘मिशन मौसम’ की रणनीति

प्रधानमंत्री ने मिशन मौसम की रणनीति पर बात करते हुए कहा कि यह मिशन उच्च-रिज़ॉल्यूशन वायुमंडलीय अवलोकन, अगली पीढ़ी के रडार, उपग्रह और कंप्यूटर सिस्टम का उपयोग करके जलवायु प्रक्रियाओं की समझ को बेहतर बनाने और वायु गुणवत्ता डेटा प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित करेगा। यह देश की मौसम विज्ञान क्षमता को और अधिक मजबूत करने के लिए लागू किया जाएगा, जिससे आपदा प्रबंधन और जलवायु परिवर्तन से जुड़े प्रभावों को नियंत्रित किया जा सके।

भारत की वैश्विक प्रतिष्ठा और ‘विश्व बंधु’ के रूप में छवि

प्रधानमंत्री ने भारत की वैश्विक भूमिका को भी रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि भारत किसी भी आपदा के समय अपने पड़ोसी देशों की मदद के लिए सबसे पहले आता है। इससे भारत की छवि ‘विश्व बंधु’ के रूप में मजबूत हुई है और विश्व में भारत के प्रति भरोसा बढ़ा है। उन्होंने आईएमडी के वैज्ञानिकों को इस सफलता का श्रेय देते हुए कहा कि आज हमारा फ्लैश फ्लड गाइडेंस सिस्टम नेपाल, भूटान, बांग्लादेश और श्रीलंका सहित कई पड़ोसी देशों को महत्वपूर्ण मौसम जानकारी प्रदान करता है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की मौसम विज्ञान में उन्नति और इसका प्रभाव न केवल भारत पर बल्कि पूरे विश्व पर पड़ रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि अब भारत ने अपने आपदा प्रबंधन सिस्टम को इतना मजबूत किया है कि वह प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए अधिक सक्षम है और उसका लाभ पूरी दुनिया को मिल रहा है।

आईएमडी की 150वीं वर्षगांठ

प्रधानमंत्री मोदी ने आईएमडी के 150वें स्थापना दिवस पर अपनी बात रखते हुए कहा कि भारतीय मौसम विभाग ने न केवल करोड़ों भारतीयों की सेवा की है, बल्कि यह भारत की वैज्ञानिक यात्रा का भी प्रतीक बन गया है। उन्होंने इस अवसर पर आईएमडी की स्थापना की तारीख, 15 जनवरी 1875, का भी जिक्र किया, जो मकर संक्रांति के आसपास आती है, और इसे भारतीय संस्कृति में महत्वपर्ण पर्व बताया। प्रधानमंत्री ने कहा कि वे खुद गुजरात से हैं और मकर संक्रांति उनके पसंदीदा त्योहारों में से एक है। उन्होंने इस उत्सव को भारत की समृद्ध सांस्कृतिक और वैज्ञानिक धरोहर से जोड़ा।

‘मिशन मौसम’ का शुभारंभ भारत को जलवायु परिवर्तन से जुड़े विभिन्न खतरों से निपटने में सक्षम बनाने का एक अहम कदम है। प्रधानमंत्री मोदी ने इस मिशन के माध्यम से देश की मौसम विज्ञान प्रणाली को और अधिक प्रौद्योगिकियों से सुसज्जित करने की आवश्यकता को स्पष्ट किया। इससे न केवल भारत की आपदा प्रबंधन क्षमता में सुधार होगा, बल्कि यह देश को वैश्विक मंच पर एक मजबूत और जिम्मेदार राष्ट्र के रूप में प्रस्तुत करेगा।

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