नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रमुख पहल ‘परीक्षा पे चर्चा’ (PPC) 2025 के लिए पंजीकरण का अंतिम दिन मंगलवार को था, और इस बार कार्यक्रम ने एक नया रिकॉर्ड बनाया है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, अब तक 3.5 करोड़ से अधिक विद्यार्थियों, अभिभावकों और शिक्षकों ने पंजीकरण कराया है, जिससे यह पहल एक राष्ट्रव्यापी आंदोलन का रूप ले चुकी है।
पंजीकरण में अभूतपूर्व सफलता:
पंजीकरण कराने वालों में 328.66 लाख विद्यार्थी, 20.59 लाख शिक्षक, और अन्य अभिभावक शामिल हैं। यह आंकड़ा पिछले वर्षों की तुलना में काफी अधिक है, जो इस पहल की लोकप्रियता और बढ़ते प्रभाव को दर्शाता है। प्रधानमंत्री मोदी की इस पहल का उद्देश्य छात्रों के परीक्षा तनाव को उत्सव के रूप में बदलना है और उन्हें आत्मविश्वास और मानसिक शांति के साथ परीक्षा की तैयारी करने की प्रेरणा देना है।
‘परीक्षा पे चर्चा’ की बढ़ती लोकप्रियता:
शिक्षा मंत्रालय ने सोमवार को जारी एक बयान में बताया कि ‘परीक्षा पे चर्चा’ एक महत्वपूर्ण प्रयास है, जो छात्रों को उनके मानसिक तनाव से मुक्त करने और परीक्षाओं को लेकर सकारात्मक दृष्टिकोण को बढ़ावा देने के लिए किया जा रहा है। इस वर्ष के आठवें संस्करण ने भारत के साथ-साथ विदेशों के विद्यार्थियों, शिक्षकों और अभिभावकों से भी अभूतपूर्व पंजीकरण प्राप्त किए हैं। इस पहल ने छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य को संबोधित करने और उन्हें परीक्षा के प्रति भय और दबाव से बाहर लाने में मदद की है।
माईगॉव पोर्टल पर पंजीकरण:
पीपीसी-2025 के लिए ऑनलाइन पंजीकरण 14 दिसंबर 2024 से माईगॉव पोर्टल पर शुरू हुआ था और यह 14 जनवरी 2025 तक खुला था। इस पोर्टल ने विद्यार्थियों, शिक्षकों और अभिभावकों को अपने विचार और प्रश्न प्रधानमंत्री मोदी के साथ साझा करने का अवसर दिया। इस प्रक्रिया ने छात्रों के बीच एक संवाद की संस्कृति को बढ़ावा दिया, जहां वे अपने विचारों को खुलकर व्यक्त कर सकते हैं और अपने परीक्षा संबंधी चिंताओं का समाधान पा सकते हैं।
कार्यक्रम की सफलता और उद्देश्य:
प्रधानमंत्री मोदी का यह कार्यक्रम छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य के महत्व को उजागर करता है और यह छात्रों को यह समझाने का प्रयास करता है कि परीक्षा जीवन का केवल एक हिस्सा है, ना कि अंत। कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री मोदी विद्यार्थियों से सीधे संवाद करते हैं, उनकी चिंताओं को सुनते हैं और उन्हें परीक्षा के लिए मानसिक रूप से तैयार होने के तरीके बताते हैं। यह पहल छात्रों में आत्मविश्वास का संचार करने, तनाव को कम करने और उन्हें अपने लक्ष्यों के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रेरित करती है।
नवीनतम आंकड़े:
शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक, ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम में भागीदारी का आंकड़ा अब तक का सबसे उच्चतम स्तर पर पहुंच चुका है, और यह एक सशक्त जन आंदोलन के रूप में सामने आया है। इस पहल के माध्यम से पीएम मोदी ने शिक्षा के क्षेत्र में सुधार की दिशा में एक और कदम बढ़ाया है और छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को स्पष्ट किया है।
‘परीक्षा पे चर्चा’ 2025 एक ऐतिहासिक पहल बन चुकी है, जो अब 3.5 करोड़ से अधिक लोगों द्वारा समर्थन प्राप्त कर चुकी है। यह पहल न केवल छात्रों के लिए, बल्कि उनके अभिभावकों और शिक्षकों के लिए भी एक प्रेरणास्त्रोत बन चुकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह कार्यक्रम एक ऐसे समय में महत्वपूर्ण हो जाता है, जब विद्यार्थियों के मानसिक तनाव और परीक्षा संबंधी दबाव बढ़ रहे हैं।