महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में समुद्र में एक दर्दनाक हादसा हुआ। गेटवे ऑफ इंडिया से एलिफेंटा गुफाओं की ओर जा रही “नीलकमल” नामक बोट अरब सागर में बुचर द्वीप के पास डूब गई। इस हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई है, जबकि 66 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है। बोट में करीब 80 यात्री सवार थे, जिनमें से कई अभी भी लापता बताए जा रहे हैं।
घटना कैसे हुई?
प्रत्यक्षदर्शियों और बोट मालिक के अनुसार, यह दुर्घटना उस समय हुई जब नीलकमल नाव बुचर द्वीप के पास पहुंची। नाव मालिक का दावा है कि भारतीय नौसेना की एक गश्ती स्पीड बोट ने नीलकमल नाव को टक्कर मारी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि नाव का संतुलन बिगड़ गया और उसमें पानी भरने लगा। कुछ ही देर में नाव पूरी तरह डूब गई।
रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
घटना की सूचना मिलते ही भारतीय तटरक्षक बल और नौसेना ने तत्काल रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। अब तक 66 यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है। बचाए गए यात्रियों को प्राथमिक उपचार और चिकित्सा सुविधा के लिए नजदीकी अस्पताल में भेजा गया है। हालांकि, अभी भी कई लोग लापता हैं, जिनकी तलाश जारी है।
मृतकों की पहचान
घटना में जिन तीन लोगों की मौत हुई है, उनकी पहचान की जा रही है। पुलिस और स्थानीय प्रशासन मृतकों के परिजनों को सूचना देने और आगे की प्रक्रिया में जुटा हुआ है।
बोट मालिक का आरोप
नीलकमल बोट के मालिक ने नौसेना पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि नौसेना की स्पीड बोट ने उनकी नाव को टक्कर मारी, जिसके कारण यह हादसा हुआ। उन्होंने इस मामले की जांच की मांग की है। वहीं, नौसेना ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि घटना की विस्तृत जांच की जाएगी।
सुरक्षा मानकों पर सवाल
इस घटना ने मुंबई में समुद्री यात्राओं की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। हादसे के बाद विशेषज्ञों ने सवाल उठाया है कि क्या नाव में सुरक्षा उपकरण जैसे लाइफ जैकेट और आपातकालीन किट पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध थे। स्थानीय प्रशासन ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
सरकार की प्रतिक्रिया
महाराष्ट्र सरकार ने इस घटना पर शोक व्यक्त किया है और पीड़ित परिवारों को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि हादसे की पूरी जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
यात्रियों की लापरवाही या प्रशासन की चूक?
फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि घटना यात्री की लापरवाही के कारण हुई या प्रशासन की चूक के चलते। नौसेना और स्थानीय प्रशासन के बीच इस घटना को लेकर विरोधाभासी बयान सामने आ रहे हैं।
घटनास्थल पर माहौल
घटनास्थल पर अफरा-तफरी का माहौल है। लापता लोगों के परिजन उनकी सलामती की दुआ कर रहे हैं। रेस्क्यू टीम पूरे जोश के साथ लोगों की तलाश में जुटी हुई है।
यह हादसा मुंबई के नागरिकों के लिए एक चेतावनी है कि समुद्री यात्रा के दौरान सुरक्षा मानकों का पालन करना कितना महत्वपूर्ण है। जांच पूरी होने के बाद ही यह साफ हो सकेगा कि इस दुर्घटना के लिए जिम्मेदार कौन है।