हरियाणा के वरिष्ठ राजनेता और पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला का आज 89 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उनके निधन की खबर से पूरे राजनीतिक गलियारे में शोक की लहर दौड़ गई है। चौटाला हरियाणा की राजनीति के एक प्रमुख स्तंभ माने जाते थे और उनका जीवन संघर्ष, उपलब्धियों और विवादों से भरा रहा।
निधन की पुष्टि
ओमप्रकाश चौटाला ने गुरुग्राम के एक निजी अस्पताल में अंतिम सांस ली। उनके परिवार ने उनके निधन की पुष्टि की। बताया जा रहा है कि वह पिछले कुछ समय से बीमार थे और उम्र से संबंधित समस्याओं का सामना कर रहे थे।
राजनीतिक सफर
ओमप्रकाश चौटाला हरियाणा की राजनीति में एक मजबूत नेता के रूप में उभरे। वह राज्य के पांच बार मुख्यमंत्री रहे और हरियाणा में इनेलो (इंडियन नेशनल लोकदल) पार्टी के संस्थापक नेताओं में से एक थे। उन्होंने अपने पिता चौधरी देवी लाल के नक्शे कदम पर चलते हुए राजनीति में कदम रखा।
चौटाला ने मुख्यमंत्री के रूप में हरियाणा के विकास में अहम भूमिका निभाई। उनके कार्यकाल में कृषि, शिक्षा और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में कई बड़े कदम उठाए गए।
जीवन के विवाद
ओमप्रकाश चौटाला का जीवन सिर्फ उपलब्धियों तक सीमित नहीं रहा, बल्कि वह कई विवादों में भी घिरे। 2013 में, उन्हें शिक्षक भर्ती घोटाले में दोषी ठहराया गया और 10 साल की सजा सुनाई गई। इस घोटाले ने उनके राजनीतिक करियर पर बड़ा प्रभाव डाला। हालांकि, जेल में रहते हुए भी उन्होंने अपने राजनीतिक प्रभाव को बनाए रखा।
व्यक्तिगत जीवन और परिवार
चौटाला का जन्म 1 जनवरी 1935 को हरियाणा के सिरसा जिले के चौटाला गांव में हुआ था। उनके पिता चौधरी देवी लाल हरियाणा के उपप्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री रहे थे।
ओमप्रकाश चौटाला के परिवार में उनके बेटे अजय चौटाला और अभय चौटाला हैं, जो राजनीति में सक्रिय हैं। उनके निधन से परिवार और समर्थकों को गहरा आघात पहुंचा है।
राजनीतिक नेताओं की श्रद्धांजलि
उनके निधन पर कई राष्ट्रीय और क्षेत्रीय नेताओं ने शोक व्यक्त किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने ट्वीट कर अपनी संवेदनाएं प्रकट कीं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “ओमप्रकाश चौटाला जी का निधन देश और हरियाणा के लिए एक बड़ी क्षति है। उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा।”
आखिरी विदाई
ओमप्रकाश चौटाला का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव चौटाला में किया जाएगा। अंतिम संस्कार में राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र की कई हस्तियों के शामिल होने की उम्मीद है।
ओमप्रकाश चौटाला का जीवन संघर्ष, समर्पण और हरियाणा के प्रति उनकी सेवा का प्रतीक था। उनके निधन से हरियाणा ने एक बड़ा नेता और देश ने एक अनुभवी राजनीतिज्ञ खो दिया। उनके योगदान और विरासत को हमेशा याद रखा जाएगा।