July 5, 2025 2:42 PM

भोपाल में निकलेगी भगवान जगन्नाथ की भव्य रथयात्रा, पहली बार 27 फीट ऊंचे हाइड्रोलिक रथ पर दर्शन देंगे भगवान

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भोपाल में निकलेगी भगवान जगन्नाथ की भव्य रथयात्रा,

भोपाल। राजधानी भोपाल आज शाम एक अद्वितीय धार्मिक आयोजन की साक्षी बनेगी, जब इस्कॉन मंदिर द्वारा आयोजित भगवान श्रीजगन्नाथ, बलराम और माता सुभद्रा की वार्षिक रथयात्रा नगर भ्रमण पर निकलेगी। इस्कॉन भोपाल की यह तेरहवीं रथयात्रा होगी, जो इस बार कई मायनों में खास है — रथ की ऊंचाई, वास्तुकला, अंतरराष्ट्रीय भक्तों की मौजूदगी और भव्य आयोजन इसे यादगार बनाएंगे।

🚩 यात्रा मार्ग और शुभारंभ

रथयात्रा का शुभारंभ शाम 4 बजे भोपाल टॉकीज से किया जाएगा। यात्रा का मार्ग हमीदिया रोड, भारत टॉकीज, रोशनपुरा, रंगमहल, न्यू मार्केट होते हुए माता मंदिर स्थित प्लेटिनम प्लाजा पर जाकर संपन्न होगी।

  • महापौर मालती राय यात्रा का उद्घाटन आरती कर करेंगी।
  • समापन स्थल पर मध्यप्रदेश शासन की मंत्री कृष्णा गौर विशेष आरती में शामिल होंगी।

🛕 पहली बार दिखेगा नंदीघोष शैली का हाइड्रोलिक रथ

इस बार का रथ पूरी तरह से उड़ीसा के नंदीघोष रथ की शैली पर निर्मित है। यह रथ वास्तु और आधुनिकता का मेल है:

  • 27 फीट ऊंचा, 24 फीट लंबा, और 17 फीट चौड़ा
  • 2 टन लोहे और 50 घन फीट सागौन की लकड़ी से निर्मित
  • 6 फीट ऊंचे लकड़ी के विशाल पहिए, मजबूत लोहे के फाउंडेशन पर
  • हाइड्रोलिक लीवर से ऊंचाई समायोजित की जा सकती है
  • रंग-बिरंगे वस्त्र, वास्तुशिल्पीय नक्काशी से सुसज्जित

यह पहली बार होगा जब भोपालवासी भगवान जगन्नाथ का दर्शन इतने विशाल और गतिशील रथ पर कर पाएंगे।

🌍 अंतरराष्ट्रीय भक्तों की उपस्थिति

इस वर्ष की रथयात्रा में देश ही नहीं, बल्कि विदेशों से भी श्रद्धालु शामिल होंगे।

  • इस्कॉन के जोनल सेक्रेटरी महामन दास प्रभुजी विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे।
  • रूस से वितांक दास और द्विजमणि दास जैसे अंतरराष्ट्रीय भक्त भी यात्रा में भाग लेंगे।
  • हजारों श्रद्धालुओं के भोपाल पहुंचने की संभावना जताई गई है।

यात्रा मार्ग में ‘हरे कृष्ण महामंत्र’ के संकीर्तन, शंख, मृदंग, करताल की ध्वनि, पारंपरिक झांकियां और भक्तों की ऊर्जा वातावरण को भक्तिमय बना देगी।

🍛 भव्य भोग और प्रसाद की व्यवस्था

रथयात्रा के दौरान श्रद्धालुओं के लिए प्रसाद वितरण और भंडारे की विशाल व्यवस्था की गई है:

  • यात्रा के दौरान 500 किलो खाजा प्रसाद का वितरण
  • समापन स्थल पर देशी घी का हलवा – 7000+ श्रद्धालुओं के लिए
  • संध्या आरती के बाद लगभग 5000 लोगों के लिए महाप्रसाद (भोजन) की व्यवस्था
  • 151 विशेष भोग भगवान को अर्पित किए जाएंगे

📷 श्रद्धा, सेवा और संस्कृति का संगम

भोपाल की इस रथयात्रा में आस्था और संस्कृति का ऐसा संगम देखने को मिलेगा, जो राजधानीवासियों के लिए न सिर्फ एक आध्यात्मिक अनुभव होगा बल्कि एक सांस्कृतिक उत्सव भी।



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