भोपाल में झमाझम बारिश: 5 घंटे में 35 मिमी पानी, सागर में सबसे ज्यादा 61 मिमी वर्षा
भोपाल। मध्यप्रदेश में सोमवार को मौसम ने अचानक करवट बदली। दिन की शुरुआत तेज धूप से हुई, लेकिन दोपहर बाद बादलों ने डेरा जमाया और राजधानी भोपाल में जमकर बारिश हुई। दोपहर 2 बजे से शाम 7 बजे तक लगातार झमाझम बारिश होती रही। इस दौरान शहर में 35 मिमी वर्षा दर्ज की गई, जिससे निचले इलाकों में पानी भर गया और कई जगह ट्रैफिक जाम की स्थिति भी बनी।

मौसम विभाग का पूर्वानुमान
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि मंगलवार को प्रदेश में तेज बारिश का कोई विशेष अलर्ट नहीं है। हालांकि, अगले दो दिनों तक प्रदेश के कुछ हिस्सों में बारिश की संभावना बनी हुई है। विभाग ने विशेष रूप से सिंगरौली, सीधी, रीवा, मऊगंज, सतना, छिंदवाड़ा, सिवनी और बालाघाट जिलों में भारी वर्षा, झंझावत और वज्रपात की आशंका व्यक्त की है।

भोपाल की स्थिति
राजधानी में सुबह तेज धूप खिली थी, लेकिन दोपहर में मौसम ने अचानक करवट ली। शुरू में शहर के कुछ हिस्सों में ही बूंदाबांदी हुई, पर धीरे-धीरे पूरे भोपाल में मूसलधार बारिश शुरू हो गई। तेज बरसात से शहर की सड़कों पर पानी भर गया। कई निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति पैदा हो गई, जिससे वाहन चालकों और राहगीरों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। कई स्थानों पर यातायात बाधित हुआ और जाम के हालात बने।

सागर में सबसे ज्यादा बारिश
प्रदेश में सर्वाधिक वर्षा सागर जिले में दर्ज की गई, जहां मंगलवार को 61 मिमी बारिश हुई। इसके अलावा, नौगांव में 34 मिमी, छिंदवाड़ा में 17 मिमी, मलाजखंड में 15 मिमी, रायसेन और खजुराहो में 12-12 मिमी तथा दमोह में 10 मिमी वर्षा दर्ज की गई।
उमरिया में जोहिला बांध से पानी छोड़ा गया
लगातार हो रही बारिश के चलते बांधों में जलस्तर भी बढ़ने लगा है। उमरिया जिले के संजय गांधी ताप विद्युत केंद्र के जोहिला बांध के दो गेट आधा-आधा मीटर खोलकर पानी छोड़ा गया है। एहतियात के तौर पर निगरानी के लिए टीम भी तैनात की गई है, ताकि किसी प्रकार की दुर्घटना से बचा जा सके।
मानसून का अब तक का हाल
इस वर्ष मध्यप्रदेश में मानसून औसत से बेहतर प्रदर्शन कर रहा है। मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, अब तक राज्य में औसतन 1049 मिमी बारिश दर्ज की जा चुकी है, जो सामान्य से करीब 12 प्रतिशत अधिक है। प्रदेश के 30 जिलों में औसत कोटे से ज्यादा बारिश हो चुकी है, जबकि करीब 10 जिले अभी मुहाने पर हैं।

आगे की संभावना
विशेषज्ञों के अनुसार, सितंबर के बचे हुए दिनों में भी मानसून सक्रिय रहने की उम्मीद है। इस दौरान प्रदेश में औसतन 254 मिमी और बारिश होने की संभावना है। उल्लेखनीय है कि इस साल 16 जून को मानसून ने मध्यप्रदेश में दस्तक दी थी और तब से अब तक बारिश का सिलसिला रुक-रुककर जारी है।
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