- कब्रिस्तानों में 6 महिलाओं की कब्रों के साथ संदिग्ध छेड़छाड़ की गई
खंडवा। मध्यप्रदेश के खंडवा जिले से मानवता को झकझोर देने वाली एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। जिले के दो अलग-अलग कब्रिस्तानों में 6 महिलाओं की कब्रों के साथ संदिग्ध छेड़छाड़ की गई है, जिससे न सिर्फ परिजनों में आक्रोश है, बल्कि स्थानीय समाज में भी भय और गुस्से का माहौल है। घटना मंगलवार सुबह तब उजागर हुई जब दो अलग-अलग व्यक्ति अपनी मां और पत्नी की कब्र पर फातिहा पढ़ने पहुंचे और देखा कि कब्र के पैर वाले हिस्से की मिट्टी हट चुकी थी, और कफन तक खुला पड़ा है।
क्या है पूरा मामला?
खरगोन रोड के पास स्थित कब्रिस्तान में एक व्यक्ति अपनी पत्नी की कब्र पर फातिहा पढ़ने पहुंचा था। वहां पहुंचते ही उसने देखा कि कब्र के पैरों की ओर से मिट्टी हटी हुई थी और फर्शी खुली हुई थी। झांकने पर उसने देखा कि कफन पैर तक खुल चुका है और शव का निचला हिस्सा अस्त-व्यस्त हालत में है। वह तत्काल कब्र खुदाई करने वाले अब्दुल रहमान को बुलाया और थोड़ी ही देर में यह बात सामने आई कि उसी कब्रिस्तान में दो और महिलाओं की कब्रें भी इसी तरह खुदी हुई हैं। इसी दौरान सिहाड़ा गांव के कब्रिस्तान से भी तीन कब्रों के साथ छेड़छाड़ की खबर मिली, जिससे पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया। प्रशासन को सूचना दी गई और मौके पर पुलिस, सीएसपी और तहसीलदार पहुंचे। देर रात पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
परिजनों ने जताई गंभीर आशंका
घटना के बाद मृतकों के परिजन बेहद व्यथित हैं। एक व्यक्ति ने बताया, “मेरी पत्नी को शनिवार को दफनाया गया था। फातिहा पढ़ने के लिए रोज आता था। आज देखा तो कब्र खुली हुई थी, कफन भी अस्त-व्यस्त था। शव सीधा नहीं था। ये तांत्रिक क्रिया नहीं लगती, इससे कहीं ज्यादा गंभीर बात है। हमें शक है कि शवों के साथ कुछ गलत किया गया है।”
तंत्र विद्या से नहीं मिल रहे संकेत
पुलिस को शुरुआती जांच में तांत्रिक क्रिया का शक जरूर था, लेकिन कब्र के आसपास ऐसी कोई सामग्री नहीं मिली है जो इस संदेह को पुख्ता कर सके। एक तंत्र क्रिया जानकार ने बताया, “असली तांत्रिक क्रिया में पुरानी और टूटी कब्रों का इस्तेमाल किया जाता है। वहां सिर्फ मंत्रों के लिए सामग्री रखी जाती है, लेकिन यहां जैसी खुदाई और छेड़छाड़ हुई है, वह तंत्र प्रक्रिया नहीं बल्कि किसी और ही नीयत की ओर इशारा करती है।”
पुलिस जुटी तकनीकी जांच में, मोबाइल डेटा से तलाश
पुलिस ने अज्ञात व्यक्तियों पर IPC की धारा 297 (अंत्येष्टि में विघ्न डालना) और अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। दो थानों की पुलिस, एफएसएल और साइबर टीम के साथ मिलकर काम कर रही है। पुलिस मोबाइल टावर डेटा के ज़रिए उन लोगों की पहचान में लगी है, जो रात के समय इन कब्रिस्तानों के आसपास सक्रिय थे।
स्थानीय समाज में गुस्सा, सुरक्षा पर उठे सवाल
यह घटना सामने आने के बाद समाज में रोष है। कई लोगों ने कहा कि कब्रिस्तान में सीसीटीवी कैमरे और चौकीदार की व्यवस्था होनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। समाज के वरिष्ठों ने जिला प्रशासन से कड़े कदम उठाने की मांग की है। खंडवा की यह घटना केवल एक आपराधिक कृत्य नहीं, बल्कि सांस्कृतिक, धार्मिक और मानवीय मर्यादाओं का उल्लंघन भी है। पुलिस और प्रशासन पर अब दबाव है कि दोषियों की जल्द से जल्द पहचान कर उन्हें कड़ी सजा दिलाई जाए।