‘एनडीए 160 से अधिक सीटों पर जीतेगा’


नई दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनाव की मतगणना जारी है और शुरुआती रुझानों में एनडीए गठबंधन ने मजबूती से बढ़त बना ली है। सुबह 10.15 बजे तक आए रुझानों के अनुसार एनडीए 162 सीटों पर आगे चल रहा है, जबकि महागठबंधन 77 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। यदि यही रुझान अंतिम नतीजों में बदलते हैं, तो भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाला यह गठबंधन भारी बहुमत के साथ सत्ता में लौटता दिखाई दे रहा है। एनडीए के मजबूत प्रदर्शन ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की वह भविष्यवाणी सही साबित कर दी है, जो उन्होंने मतदान से पहले आत्मविश्वास के साथ की थी।

अमित शाह की भविष्यवाणी ने पकड़ लिया सच का रूप

चुनावी प्रचार के दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने एक प्रमुख समाचार चैनल को दिए साक्षात्कार में दावा किया था कि बिहार में एनडीए दो-तिहाई बहुमत के साथ सरकार बनाएगा और 160 से अधिक सीटें जीतेगा। उनका कहना था कि जनता में एनडीए को लेकर व्यापक समर्थन है और गठबंधन की नीतियों पर लोगों का भरोसा लगातार बढ़ रहा है। मतगणना के शुरुआती आंकड़ों ने अमित शाह के दावे को लगभग सही साबित कर दिया है, जिससे भाजपा व उसके सहयोगी दलों के समर्थकों में उत्साह और बढ़ गया है।

एनडीए में दरार के दावों को किया था खारिज

पिछले हफ्ते चुनाव प्रचार के दौरान अमित शाह से एनडीए में मतभेदों को लेकर कई सवाल पूछे गए थे। विपक्ष द्वारा बार-बार यह दावा किया जा रहा था कि जेडीयू, लोक जनशक्ति पार्टी, हम और अन्य सहयोगी दलों के बीच तालमेल की कमी है। लेकिन अमित शाह ने इन दावों को सिरे से खारिज करते हुए कहा था कि एनडीए पूरी तरह एकजुट है और जनता का समर्थन इस बार पहले से अधिक मजबूत दिखाई दे रहा है। शाह का कहना था कि गठबंधन के पास स्पष्ट नीति, सशक्त नेतृत्व और बिहार के विकास का ठोस विजन है। यही वजह है कि लोग एनडीए के पक्ष में एकजुट होकर मतदान कर रहे हैं। जिन दावों से विपक्ष चुनावी माहौल में भ्रम पैदा करना चाहता था, वे मतगणना के रुझानों के साथ ही अप्रासंगिक साबित होते जा रहे हैं।

बिहार की राजनीतिक जमीन पर बदलता समीकरण

बिहार की राजनीति हमेशा उतार-चढ़ाव से भरी रही है, लेकिन इस बार का चुनाव खास इसलिए माना जा रहा है क्योंकि लोगों ने विकास, रोजगार, स्थिरता और प्रशासनिक कार्यक्षमता को प्रमुख मुद्दा बनाया। एनडीए के नेतृत्व में पिछले वर्षों में किए गए कार्यों को भी एक बड़ी वजह माना जा रहा है, जिसने गठबंधन के प्रति लोगों का भरोसा बढ़ाया। जैसे-जैसे मतगणना आगे बढ़ रही है, एनडीए की बढ़त और मजबूत होती दिख रही है। यदि परिणाम रुझानों के अनुरूप रहे, तो यह चुनाव परिणाम अमित शाह की भविष्यवाणी की एक बड़ी पुष्टि के रूप में देखा जाएगा। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह जीत बिहार की राजनीति में एक नए अध्याय की शुरुआत कर सकती है।