मप्र सहित तीन राज्यों से आईएसआईएस के 5 आतंकी गिरफ्तार, बड़े आतंकी नेटवर्क का पर्दाफाश

नई दिल्ली। देश में बड़े आतंकी नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ है। दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल और केंद्रीय एजेंसियों ने मिलकर एक बड़ी आतंकी साजिश को नाकाम कर दिया। इस कार्रवाई में तीन राज्यों से आतंकी संगठन आईएसआईएस के स्लीपर मॉड्यूल से जुड़े कुल 5 आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले का एक आतंकी भी शामिल है।

गिरफ्तार आतंकियों की पहचान

पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आतंकियों में दो आतंकी, आफताब और सूफियान, दिल्ली से पकड़े गए हैं, हालांकि ये मुंबई के रहने वाले हैं। तीसरा आतंकी अशहर दानिश को रांची के तबराक लॉज से गिरफ्तार किया गया, जहां वह 2025 से छात्र बनकर छुपा हुआ था। इसके अलावा एक आतंकी हैदराबाद और एक मध्यप्रदेश से भी गिरफ्तार किया गया।

छापेमारी के दौरान अशहर दानिश के पास से एक पिस्टल और कई डिजिटल डिवाइस बरामद हुए हैं।

दानिश और आफताब केमिकल हथियार बनाने में विशेषज्ञ

पुलिस के अनुसार दानिश और आफताब केमिकल हथियार बनाने में विशेषज्ञ हैं। उनके पास बरामद किए गए रसायन और उपकरण इस बात की पुष्टि करते हैं। इसके तहत दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने कई राज्यों में छापेमारी की और आतंकियों के नेटवर्क को ध्वस्त करने की दिशा में अहम कदम उठाया।

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बरामद सामग्री

गिरफ्तार आतंकियों के पास से कई प्रकार के रसायन और उपकरण बरामद हुए हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • हाइड्रोक्लोरिक एसिड, नाइट्रिक एसिड, सोडियम बाइकार्बोनेट और सल्फर पाउडर
  • पीएच वैल्यू चेकर, वेट मशीन, बीकर सेट, सेफ्टी ग्लव्स और रेस्पिरेटरी मास्क
  • डिजिटल डिवाइस: एक लैपटॉप और एक मोबाइल फोन
  • इलेक्ट्रॉनिक सामान: प्लास्टिक बॉक्स में स्िट्रपर वायर, सर्किट, मदरबोर्ड, डायोड्स
  • अन्य उपकरण: बॉल बेयरिंग

पुलिस ने बताया कि इन उपकरणों और रसायनों से यह स्पष्ट होता है कि आतंकियों द्वारा बड़े पैमाने पर खतनाक हथियार बनाने की तैयारी की जा रही थी।

आगे की जांच

गिरफ्तार आतंकियों से पूछताछ जारी है। अधिकारियों का कहना है कि इस मॉड्यूल से जुड़े और भी अहम सुराग सामने आने की संभावना है, जिससे आईएसआईएस के अन्य नेटवर्क और योजनाओं का पता लगाया जा सकेगा। सुरक्षा एजेंसियां पूरे देश में इस तरह के स्लीपर मॉड्यूल पर नजर रख रही हैं।

विशेषज्ञों के अनुसार यह गिरफ्तारी देश की सुरक्षा के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है। इससे न केवल संभावित आतंकी हमले की साजिश को नाकाम किया गया, बल्कि आतंकी नेटवर्क को भी कमजोर किया गया।