शनिवार शाम पंजाब के मोहाली में एक बड़ा हादसा हो गया। गुरुद्वारा सोहाना साहिब के पास स्थित एक पांच मंजिला इमारत भरभराकर गिर गई। यह घटना शाम करीब 4:30 बजे हुई। इमारत के मलबे के नीचे 15 से अधिक लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है। इस हादसे से क्षेत्र में अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
घटना का विवरण
स्थानीय लोगों के मुताबिक, यह इमारत लगभग 10 साल पुरानी थी। इसमें चार मंजिलों पर पीजी (पेइंग गेस्ट) और ग्राउंड फ्लोर पर एक जिम संचालित हो रहा था। हादसे के समय जिम में लोगों की मौजूदगी की सूचना है।
बिल्डिंग के पास बेसमेंट की खुदाई का काम चल रहा था, जिसके कारण इसकी नींव कमजोर हो गई थी। स्थानीय प्रशासन का मानना है कि कमजोर नींव के चलते ही यह हादसा हुआ। बिल्डिंग गिरने से उठे धूल के गुबार और मलबे ने इलाके को पूरी तरह ढक लिया।
रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू
घटना के तुरंत बाद पुलिस और प्रशासन ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया। पिंजौर से एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) की टीम घटनास्थल पर पहुंच चुकी है। इसके साथ ही एंबुलेंस और अन्य राहत सामग्री को भी तैनात कर दिया गया है। प्रशासन ने आसपास के क्षेत्रों को खाली करा लिया है और लोगों को मलबे से दूर रहने की सलाह दी है।
SDM का बयान
मोहाली की एसडीएम दमनदीप कौर ने बताया कि स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के अनुसार, मलबे में करीब 15 लोग दबे हो सकते हैं। राहत और बचाव कार्य तेजी से चलाया जा रहा है। प्रशासन ने पीजी और जिम प्रबंधन से संपर्क साधने की कोशिश की है ताकि अंदर मौजूद लोगों की संख्या का सही अनुमान लगाया जा सके।
स्थानीय निवासियों की प्रतिक्रिया
स्थानीय निवासियों का कहना है कि बेसमेंट की खुदाई के चलते इमारत की संरचना पहले से ही कमजोर हो चुकी थी। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को इस बारे में पहले ही सूचित किया था, लेकिन समय रहते कोई कदम नहीं उठाया गया।
जिम्मेदारों पर उठ रहे सवाल
हादसे के बाद से स्थानीय प्रशासन और बिल्डिंग प्रबंधन पर सवाल उठने लगे हैं।
- क्या बेसमेंट की खुदाई के लिए जरूरी अनुमति ली गई थी?
- इमारत की नियमित जांच क्यों नहीं हुई?
- जिम और पीजी के लिए इमारत को उपयोगी घोषित किया गया था या नहीं?
अस्पतालों में इंतजाम
घायलों को तुरंत चिकित्सा सुविधा देने के लिए नजदीकी अस्पतालों में विशेष इंतजाम किए गए हैं। डॉक्टरों और नर्सों की टीम को अलर्ट पर रखा गया है।
आगे की कार्रवाई
घटना की जांच के लिए प्रशासन ने एक विशेष समिति का गठन कर दिया है। शुरुआती जांच में इमारत की गिरावट का मुख्य कारण बेसमेंट की खुदाई को माना जा रहा है। समिति जल्द ही अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।